रूस का पड़ोसी देश फिनलैंड अब NATO में शामिल होने जा रहा है और पुतिन देखने के अतिरिक्त कुछ नहीं कर पा रहे है. पुतिन के देखते ही देखते नाटो उनके घर तक पहुंच चुका. पुतिन इधर युध्द में व्यस्त हैं उधर फिनलैंड नाटो में शामिल हो रहा है.
स्टोलटोनवर्ग ने ब्रसेल्स में विदेश मंत्रियों के बैठक में बताया कि यह एक ऐतिहासिक सप्ताह है. कल से फिनलैंड नाटो का पूर्ण सदस्य हो जाएगा. पहली बार नाटो हेडक्वार्टर पर फिनलैंड का झंडा फहराएगा. यह दिन फिनलैंड के साथ हमारे लिए भी खुशियों से भरा होगा.
‘पहले तुर्की ने रोका था’
स्टोलटोनवर्ग ने आगे कहा कि फिनलैंड का ध्वज नाटो में शामिल करने के लिए ध्वाजारोहन किया जाएगा. आपको बता दें कि यूक्रेन युध्द के दौरान स्वीडेन के साथ फिनलैंड ने भी नाटो में शामिल होने के लिए आवेदन दिया था. लेकिन उस समय तुर्की ने विटो पॉवर का प्रयोग कर फिनलैंड को शामिल होने से रोक दिया था.
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’31वां देश बनेगा फिनलैंड’
तुर्की का कहना था कि फिनलैंड और स्वीडेन के तरफ से हमारे देश में आतंकवाद फैलाया जाता है. लेकिन दोनों देशों के तरफ से इस बात से इंकार किया गया. आपको बता दें कि फिनलैंड नाटो में शामिल होने वाला 31वां देश बनेगा. फिनलैंड की सीमा रूस से सटी हुई है, ऐसे में नाटो रूस के एकदम करीब पहुंच गया है.