Rahul Gandhi disqualified as Lok Sabha MP: केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को उनकी ‘मोदी सरनेम’ टिप्पणी पर आपराधिक मानहानि के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद लोकसभा सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया।
कांग्रेस पार्टी का ट्वीट: “राहुल गांधी जी की लोकसभा सदस्यता ख़त्म कर दी गई। वह आपके और इस देश के लिए लगातार सड़क से संसद तक लड़ रहे हैं, लोकतंत्र को बचाने की हर सम्भव कोशिश कर रहे हैं। हर षड्यंत्र के बावजूद वह यह लड़ाई हर क़ीमत पर जारी रखेंगे और इस मामले में न्यायसंगत कार्यवाही करेंगे।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे:“उन्होंने (भाजपा) उन्हें अयोग्य ठहराने के सभी तरीके आजमाए। वे सच बोलने वालों को नहीं रखना चाहते हैं लेकिन हम सच बोलते रहेंगे। हम जेपीसी की मांग करते रहेंगे, जरूरत पड़ी तो हम लोकतंत्र बचाने के लिए जेल जाएंगे।”
कांग्रेस नेता प्रियंका वाड्रा गांधी: “नरेंद्र मोदी जी आपके चमचों ने एक शहीद प्रधानमंत्री के बेटे को देशद्रोही, मीर जाफ़र कहा। आपके एक मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी का पिता कौन है? कश्मीरी पंडितों के रिवाज निभाते हुए एक बेटा पिता की मृत्यु के बाद पगड़ी पहनता है, अपने परिवार की परंपरा क़ायम रखता है…भरी संसद में आपने पूरे परिवार और कश्मीरी पंडित समाज का अपमान करते हुए पूछा कि वह नेहरू नाम क्यों नहीं रखते…. लेकिन आपको किसी जज ने दो साल की सज़ा नहीं दी। आपको संसद से डिस्क्वालिफाई नहीं किया…. राहुल जी ने एक सच्चे देशभक्त की तरह अदाणी की लूट पर सवाल उठाया..नीरव मोदी और मेहूल चौकसी पे सवाल उठाया…। क्या आपका मित्र गौतम अदाणी देश की संसद और भारत की महान जनता से बड़ा हो गया है कि उसकी लूट पर सवाल उठा तो आप बौखला गए? आप मेरे परिवार को परिवारवादी कहते हैं, जान लीजिए, इस परिवार ने भारत के लोकतंत्र को अपने खून से सींचा…..जिसे आप ख़त्म करने में लगे हैं। इस परिवार ने भारत की जनता की आवाज़ बुलंद की और पुश्तों से सच्चाई की लड़ाई लड़ी। हमारी रगों में जो खून दौड़ता है उसकी एक ख़ासियत है… आप जैसे कायर, सत्तालोभी तानाशाह के सामने कभी नहीं झुका और कभी नहीं झुकेगा। आप कुछ भी कर लीजिए।”
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल: “जिस दिन राहुल गांधी ने अदाणी, पीएम के खिलाफ सवाल उठाए, राहुल गांधी को चुप कराने के लिए इस प्रकार की साजिश शुरू की गई। यह भाजपा सरकार के लोकतंत्र विरोधी, तानाशाही रवैये का स्पष्ट मामला है।”
उद्धव ठाकरे, पूर्व सीएम महाराष्ट्र: “राहुल गांधी की उम्मीदवारी रद्द कर दी गई है। चोर को चोर कहना हमारे देश में एक अपराध हो गया है। चोर और लुटेरे अभी भी आज़ाद हैं और राहुल गांधी को सजा मिल गई। यह लोकतंत्र की सीधी हत्या है। सभी सरकारी तंत्र दबाव में हैं। यह तानाशाही के अंत की शुरुआत है।”
राज्यसभा एमपी मनोज झा:” ये शर्मनाक है…दुर्भाग्यपू्र्ण है, मै समझता हूं संसद के लोकसभा की इतिहास में इससे बड़ा काला धब्बा हो ही नहीं सकता। जिस तीव्रता से यह निर्णय लिया गया, न कोई आधारहीन तथ्य है, न कोई तर्क है। जो राहुल गांधी ने कैंब्रिज में कहा कि लोकतंत्र खतरे में है आपने( बीजेपी ने) उसे साबित कर दिखाया। मै समझता हूं कि सभी दलों को अब यह तय करना होगा…लोगों के साथ मिलकर कि इस तानाशाही सरकार को जमींदोज करना होगा अन्यथा आजादी के 75 वर्ष बाद जो देश को नुकसान हो रहा है उसकी भरपाई कतई संभव नहीं होगी। ये केवल राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द नहीं हुई है लोकतंत्र मृत घोषित हुआ है आज। ”
राष्ट्रीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष:” पिछले 9 सालों से BJP को संसद में जिस आवाज़ से सबसे ज्यादा डर लगता था, आज उसको संसद में फिलहाल के लिए खामोश करा दिया गया है अब सड़कों पर इंकलाब का सैलाब आएगा! ये राहुल गांधी है, जिन्हें खामोश करना मुश्किल ही नही नामुमकिन है। डरपोक तानाशाह शर्म करो!”
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत:” राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता ख़त्म कर दी गई। अमृत काल में चोर को चोर बोलने की सज़ा है यह, पर इस देश को और लोकतंत्र को बचाने की उनकी लड़ाई किसी भी क़ीमत पर और ज़्यादा मज़बूती से जारी रहेगी। सच को सच कहने के लिए हर युग में क़ीमत चुकानी पड़ी है — पर जीत सदैव सत्य की हुई है।”