Rahul Gandhi in Wayanad: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के दौरे पर थे। इस दौरान राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्रों के लोगों से मुलाकात कर स्थिति की जानकारी ली। कार्यक्रम के तहत उन्होंने वायनाड के लोगों को संबोधित किया। पूरे संबोधन के दौरान निशाने पर पीएम मोदी रहे। राहुल गांधी ने अदाणी मुद्दे को लेकर पीएम के द्वारा दिए भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने जवाब देने के बजाय मेरे नाम में गांधी सरनेम क्यों है, नेहरू नाम क्यों नहीं है, जैसे अमर्यादित भाषा का सदन के भीतर खुले तौर पर इस्तेमाल किया। कांग्रेस नेता ने कहा कि मेरे भाषण को संसद के रिकॉर्ड से हटाया गया लेकिन पीएम मोदी के शब्दों को रिकॉर्ड से नहीं हटाया गया। राहुल ने कहा कि मेरे अपमान से कुछ नहीं होगा, सच सामने आकर रहेगा। राहुल गांधी ने कहा कि मैंने किसी को अपशब्द नहीं कहे है। मैंने संसद में विनम्रता से अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि मैंने कुछ झूठ नहीं कहा और तथ्यों पर अपनी बात की।
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में आगे कहा कि प्रधानमंत्री सोचते हैं कि वह बहुत शक्तिशाली हैं। उन्हें जानना चाहिए वह जिस देश के पीएम हैं वहां लोकतंत्र से शक्तिशाली कुछ भी नहीं है। गांधी ने यह भी सवाल किया कि बजट सत्र के दौरान संसद में उनके भाषण के कुछ हिस्सों को हटा दिया गया, लेकिन पीएम के भाषण से ऐसा कोई शब्द नहीं निकाला गया जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कांग्रेस नेता का अपमान किया हो। उन्होंने कहा कि देश के पीएम सीधे तौर पर मेरी बेइज्जती करते हैं लेकिन उनकी बातों को ऑफ द रिकॉर्ड नहीं किया जाता। क्या एक पीएम को यह सवाल करना चाहिए कि आपका नाम गांधी क्यों है, नेहरू क्यों नहीं है।
माननीय सांसद ने आगे कहा आपको बस इतना करना है कि जब मैं बोल रहा था तो मेरे चेहरे और उनके चेहरे को देखिए, पीएम ने कितनी बार पानी पिया और कैसे पानी पीते समय उनके हाथ कांप रहे थे। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस देश में हर एक नागरिक को संसद की कार्यवाही देखने का अधिकार है। जनता उनके जरिए देख पाते हैं कि सदन में कौन से मह्तवपूर्ण मुद्दे पर चर्चा की जा रही है। लेकिन ऐसे में जब किसी के भाषण का अहम हिस्सा हटा दिया जाए तो, जिसमें किसी भी तरह के गलत बयान नहीं गया तो क्या आप इस कार्रवाई को उचित मानेंगे।