Rahul Gandhi’s first reaction after losing the MP: पूर्व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा सांसद के रूप में अयोग्य घोषित होने के बाद पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि “मैं भारत की आवाज के लिए लड़ रहा हूं। मैं हर कीमत चुकाने को तैयार हूं।”
इससे पहले जब उन्हें ‘मोदी उपनाम’ टिप्पणी पर आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराया गया तो उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पंक्ति को दोहराते हुए लिखा था “मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन।”
बता दें कि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी को उनकी ‘मोदी उपनाम’ टिप्पणी पर आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद आज उन्हें लोकसभा सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया है।
राहुल गांधी के लोकसभा सांसद के रूप में अयोग्य घोषित करार दिये जाने पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। कांग्रेस ने कहा है “आज लोकतंत्र का गला घोंटा गया है, राहुल गांधी को सच बोलने की सजा मिली। राहुल गांधी संसद के अंदर और बाहर निडर होकर बोलते रहे। जाहिर है इससे सरकार बैखला गई है। उनके आवाज को दबाने के लिए हर संभव प्रयास किया। लेकिन ये कायर सरकार को बता देने चाहता हूं कांग्रेस पार्टी और उसके कार्यकर्ताओं की आवाज दबाना आसान नहीं है।”
साथ ही कांग्रेस पार्टी के मीडिया इंचार्ज जयराम रमेश ने कहा है कि राहुल गांधी जी की लोकसभा सदस्यता ख़त्म कर दी गई। वह आपके और इस देश के लिए लगातार सड़क से संसद तक लड़ रहे हैं, लोकतंत्र को बचाने की हर सम्भव कोशिश कर रहे हैं। हर षड्यंत्र के बावजूद वह यह लड़ाई हर क़ीमत पर जारी रखेंगे और इस मामले में न्यायसंगत कार्यवाही करेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे:“उन्होंने (भाजपा) उन्हें अयोग्य ठहराने के सभी तरीके आजमाए। वे सच बोलने वालों को नहीं रखना चाहते हैं लेकिन हम सच बोलते रहेंगे। हम जेपीसी की मांग करते रहेंगे, जरूरत पड़ी तो हम लोकतंत्र बचाने के लिए जेल जाएंगे।”
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल: “जिस दिन राहुल गांधी ने अदाणी, पीएम के खिलाफ सवाल उठाए, राहुल गांधी को चुप कराने के लिए इस प्रकार की साजिश शुरू की गई। यह भाजपा सरकार के लोकतंत्र विरोधी, तानाशाही रवैये का स्पष्ट मामला है।”