Mehbooba Mufti’s Jalabhishek in the temple: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती द्वारा मंदिर में जलाभिषेक के बाद मुस्लिम घर्मगुरुओं ने नाराजगी जाहिर की है। मदरसा जामिया शेखुल हिंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती असद कासमी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि मुसलमान को अपने मजहब के ऊपर ही अमल करना चाहिए। दूसरे के मजहब की परंपराओं को अपनाने की शरीयत में कोई इजाजत नहीं है। मुसलमान हैं तो मुसलमानों वाले काम करें गैर मुस्लिमों वाला नहीं।
इसी बीच महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को कहा कि उनका मजहब अपनी जगह है। वह उस पर कुछ नहीं कहेंगी। भारत में गंगा-जमुनी तहजीब है। यहां हिंदू-मुसलमान इकट्ठे रहते हैं। महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘हम धर्मनिरपेक्ष देश में रहते हैं। पूंछ में भव्य मंदिर बना है। स्थानीय लोगों ने इसे बनाने के लिए दिल खोल कर पैसे दिए हैं। लोग चाहते थे कि मैं मंदिर के अंदर जाकर देखूं। वहां किसी ने श्रद्धा से मेरे हाथ में पानी का लोटा दिया कि आप इसपर डालिए, तो मैंने डाल दिया। अगर मैंने पानी डाल दिया तो यह मेरा मामला है इस पर बहस नहीं होनी चाहिए। आगे उन्होंने कहा, ‘मजहब क्या इजाजत देता है, मैं इस पर कुछ नहीं कहुंगी। यहां हिंदू-मुसलमान इकट्ठे रहते हैं। जियारतों पर मुसलमानों से ज्यादा हिंदू लोग चादर चढ़ाते हैं। हमारा मुल्क लोकतांत्रिक देश है।’
उल्लेखनीय है कि, बीते मंगलवार को पीडीपी अध्यक्ष जम्मू संभाग के पुंछ जिले में नवग्रह मंदिर पहुंची। उन्हें पीडीपी के पूर्व एमएलसी स्व. यशपाल शर्मा के छोटे पुत्र डॉ. उदेशपाल के बेटे के द्वारा इसके दर्शन के लिए आमंत्रित किया गया था। डॉ. उदेशपाल एवं उनके साथियों ने उनको मंदिर के दर्शन करवाए। इसके बाद वह महबूबा मुफ्ती के साथ शिवालय में पहुंचे। महबूबा मुफ्ती यहां जल का लोटा लेकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करती नजर आई हैं। वह जल चढ़ाने के बाद प्रसाद लेकर वापस लौट गईं। महबूबा मुफ्ती के नवग्रह मंदिर दर्शन एवं जलाभिषेक का वहां मौजूद किसी युवक ने वीडियो बना दिया, जो बुधवार देर शाम को वायरल हो गया।