Sharad Pawar: दिल्ली में पिछले कई दिनों से चल रही कांग्रेस की कार्यसमिति की बैठक में शरद पवार को फिर एक बार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष चुना गया है। आपको बता दे यह प्रस्ताव समिति के सभी सदस्यों ने एकमत से लिया है। दिल्ली में आयोजित कार्य समिति की बैठक को शरद पवार ने संबोधित किया। जिसमें पवार ने कहा कि कार्य समिति की बैठक में उपस्थित पार्टी के सहकारी मित्रों से संवाद करने का अवसर मिला। इसी के साथ उन्होंने कहा कि साथियों पुरे विश्व में कोरोना की समस्या होने के कारण हम पिछले दो सालों से नहीं मिल पा रहे थे।
आज नई दिल्ली में हुई राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की विस्तारित राष्ट्रीय कार्य समिति बैठक में उपस्थित पार्टी के सहकारी मित्रों से संवाद साधा।#NCP pic.twitter.com/jfw3wdSLIn
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) September 10, 2022
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि आज की मीटिंग और कल का अधिवेशन एक अलग तरीके से आयोजित किया जा रहा है। इस अधिवेशन की जिम्मेदारी पहली बार राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस और राष्ट्रवादी विद्यार्थी कांग्रेस का नेतृत्व करने वाले हमारे सहयोगीयों ने अपने कंधे पर ली है। हमने इस कार्यक्रम के लिए राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस और राष्ट्रवादी विद्यार्थी कांग्रेस के हर राज्य के प्रतिनिधी को आमंत्रित किया है। मैं इस नौजवान पीढ़ी का यहां पर खुले दिल से स्वागत करता हूं।
शरद पवार ने कहा कि देश की आम जनता को हर दिन कई समस्याएं हैं सहन करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि किसान देश का एक अहम हिस्सा है, मगर किसानों की समस्याएं जिस सरकार के उपर है, उनका रवैया किसानों के साथ कैसा है, वह पूरे देश ने देखा है।
आपको बता दे कि पवार ने कहा कि केंद्र सरकार ने 10 मिनट के भीतर संसद में तीन कृषि कानून पारित किये थे। उन्होंने कहा कि इन कानूनों पर कोई भी बहस नहीं की गई और बाद में उन्होंने यह सभी कानून रद्द कर दिए। पवार ने कहा कि देश की फसल को अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचने का मौका मिलता था लेकिन सरकार ने उस पर भी पाबंदी लगा दी।
शरद पवार ने कहा कि आज के नौजवानों के सामने सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है। इस बारे में क्या कदम उठाने चाहिए इस पर जगह-जगह चर्चा होती है। पवार ने कहा कि मुझे आश्चर्य होता है की 15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री ने लाल किले से देशवासियों को संबोधित करते हुए महिला सम्मान की बात की। एक तरफ देश के प्रधानमंत्री महिला सम्मान की बात करते हैं और दो दिन के बाद प्रधानमंत्री जिस राज्य से आते हैं वहीं पर बिलकिस के दोषियों को छोड़ दिया जाता है।
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