अडानी-हिंडनबर्ग के मुद्दे पर जेपीसी जांच की आवश्यकता नहीं कहने वाले एनसीपी प्रमुख शरद पवार के सुर अब नरम दिखाई दे रहे है एक चैनल को दिए इंटरव्यू में पवार ने मंगलवार (11 अप्रैल) को कहा कि अगर हमारे गठबंधन के साथियों को जेपीसी आवश्यक लग रही है तो हम उसका विरोध नहीं करेंगे. आपको बता दें कि शरद पवार ने कुछ दिन पहले एक इंटरव्यू में कहा था कि अडानी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति की जरूरत नहीं है.
पवार ने कहा कि ”हमारे गठबंधन के सहयोगियों का मत मुझसे अलग है. हमें एकजुट होकर काम करना है. मैंने अपना मत सार्वजनिक तौर पर रखा अगर मेरे सहयोगियों को लगता है कि संयुक्त संसदीय समिति की जांच होनी चाहिए तो हम इसका विरोध नहीं करेंगे.” आपको बता दें कि पवार के इस बयान पर कांग्रेस पार्टी के तरफ से आपत्ति जताई गयी थी. कांग्रेस पार्टी ने बयान जारी यह कहा था कि यह पवार के निजी बयान हो सकते है. पार्टी जेपीसी की मांग करती है और करती रहेगी.
अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और रहेगा’, भारत ने चीन को दिया करारा जवाब
दरअसल पवार ने कहा था कि अडानी ग्रुप के मामले में जेपीसी जांच की कोई महत्ता नहीं रह जाएगी क्योंकि इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी बनाई हुई है. जेपीसी में सरकार के ही ज्यादा लोग होते हैं. उन्होंने उम्मीद जताते हुए आगे कहा था कि कोर्ट की कमेटी से पूरे मामले में सच सामने आएगा. जिसका कांग्रेस ने विरोध किया था.