India News, Shimla Water Supply : शिमला में पेयजल संकट का मामला हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट पहुंच गया है। प्रदेश सरकार भी हरकत में आ गई है। शिमला जल प्रबंधन निगम के अधिकारियों को मंत्री ने कड़ी फटकार लगाई है। हाईकोर्ट की सख्ती के दूसरे ही दिन मंगलवार को सप्लाई पांच एमएलडी तक बढ़ गई। मंगलवार को सभी पेयजल परियोजनाओं से शिमला शहर को 41.07 एमएलडी पानी मिला।
बुधवार को शहर के नाभा, फागली, मैहली, शकराला, विकासनगर, शिवनगर, देवनगर, आंजी, छोटा शिमला, ढींगूधार, अपर समिट्री, मशोबरा वन, हिपा, ढली टनल, नेरीधार, भट्ठाकुफर, टुटीकंडी, रुल्दूभट्ठा, कालीबाड़ी, कृष्णानगर, लोअर बाजार, रामबाजार, सब्जी मंडी, मेट्रोपोल अन्य ओर क्षेत्रों में पानी की सप्लाई दी जाएगी।
शिमला जलसंकट का मामला हाईकोर्ट पहुंचा। पेयजल संकट का मामला सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया है। लोग अपने क्षेत्रों में पानी न आने, टैंकरों, हैंडपंपों के बाहर लाइन लगा कर खड़े है। सोशल मीडिया पर लोगों की लम्बी- लम्बी लाइनों की तस्वीरें वायरल हो रही है। क्षेत्र के लोगो का कहना था ऐसी ही स्थिति साल 2018 में हुई थी। क्षेत्र के लोगों ने टैंकरों से मिलने वाली पानी सप्लाई की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की।
शिमला में पेयजल संकट मामले में प्रदेश हाईकोर्ट में पेश किया गया। हाईकोर्ट ने निगम के अधिकारियों को पेयजल के आंकड़े पेश करने के लिए कहा। निगम के अधिकारियों द्वारा पेश किये गए आंकड़ों पर हाईकोर्ट ने असंतोष जताया। शिमला जल प्रबंधन निगम के अधिकारियों से यह भी पूछा था, कि यदि गर्मी के कारण केवल 32 एमएलडी पानी ही उठाया जा रहा है तो आठ एमएलडी कहां जा रहा है।
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