होम / SSC Scam News: ED की कस्टडी में पार्थ चटर्जी, कस्टडी में टीएमसी नेता को मिल रही यह खास सुविधा

SSC Scam News: ED की कस्टडी में पार्थ चटर्जी, कस्टडी में टीएमसी नेता को मिल रही यह खास सुविधा

• LAST UPDATED : July 30, 2022

SSC Scam News: टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी को शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में गिरफ्तार किया गया है। ईडी ने उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी पर भी शिकंजा कस लिया है और अर्पिता के घर से करोड़ों रुपये कैश बरामद किया है। जिसके बाद पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी हुई। फिलहाल ED चटर्जी को कस्टडी में लेकर पूछताछ कर रही है लेकिन अब पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार करना ईडी के लिए समस्या बन चुका है।

चटर्जी का वजन बना ईडी की समस्या

इस गिरफ्तारी में ईडी की समस्या का कारण पार्थ चटर्जी का वजन बताया जा रहा है। दरअसल 111 किलो के पार्थ चटर्जी के लिए नहाना एक समस्या है। अपने घर पर पार्थ एक स्टूल पर बैठकर नहाते थे। अब समस्या इसी बात पर है कि उनके नहाने के लिए ईडी को खास इंतज़ाम करने पड़ रहे हैं। चटर्जी को डायबिटीज़ है और बढ़े हुए वज़न की समस्या से हमेशा कुछ न कुछ दिक्कतें बनी रहती हैं। वहीं आपको बता दे कि पार्थ अपने घर पर कई बार जूते भी खुद नहीं पहनते थे, उन्हें कोई न कोई जूता पहनाता था। ये समस्या भी ईडी के सामने है। पार्थ चटर्जी को वजन की समस्या हमेशा से रही है। उन्हें ज़्यादा देर चलने में या सीढ़ियां चढ़ने में भी समस्या होती रही है। करोड़ों के मालिक पार्थ चटर्जी आलीशान और आराम पसंद जीवन जीते थे, जिसके कारण ईडी को कई समस्याओं का सामना करने पड़ रहा है।

पार्थ चटर्जी के लिए किए गए खास इंतजाम

ईडी के अनुसार पार्थ चटर्जी अपने आप नहीं नहा सकते, और कारण पूछने पर चटर्जी ने कहा कि वे अपने आप स्नान नहीं कर पाते हैं और उन्हें विशेष स्टूल की जरूरत रहती है। इसके बाद जब ईडी अधिकारियों ने उन्हें नहाने में मदद के लिए अपने ही अमले के एक डी ग्रुप के कर्मचारी को बुलाया तो उन्होंने ये भी शिकायत की कि बाथरूम छोटा है, जिसके बाद उन्हें ईडी अधिकारियों के बड़े बाथरूम में ले जाया गया। जहां सिर्फ नहाने में नहीं बल्कि ईडी के कर्मचारी को उन्हें कपड़े तक पहनने में सहायता करनी पड़ी। उधर खाने पीने के शौकीन पार्थ चटर्जी टाइप-2 डायबेटिक हैं जिसके चलते ईडी ने उनके डायट का ख़याल रखते हुए उन्हें चावल की जगह रोटी परोसना शुरू कर दिया। ईडी कस्टडी में पार्थ चटर्जी को सिर्फ एक दिन दोपहर को चावल दिया गया और बाकी दिन लंच और डिनर में रोटी परोसी गई।

 

ये भी पढ़ें: आंखों की रोशनी रहेगी हमेशा बरकरार, खानें में करे यह डाइट शामिल

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox