इंडिया न्यूज़, Shimla News : पेयजल परियोजनाओं से शिमला शहर के लिए पानी की सप्लाई को बढ़ना चहिये, ताकि लोगो को पानी जल्दी से जल्दी मिल सके। शिमला में पानी की सप्लाई 46 एमएलडी से घटकर 32 एमएलडी पर पहुंच गई है। पानी की समस्या बहुत ज्यादा हो गई है। बहुत-से इलाकों में चौथे दिन भी पानी नहीं मिल रहा।
राजधानी शिमला में पेयजल की समस्या बहुत बढ़ गई है। शिमला में इस समय भारी संख्या में सैलानी पहुँचते हैं।लेकिन यहां पानी की बहुत समस्या चल रही है।कई इलाकों ऐसे है जहा चार दिन हो गए है लेकिन पानी नही मिला। सिथति ये हो गए हैं कि मंत्रियों के घरों और सरकारी महकमों में टैंकरों से पेयजल आपूर्ति करनी पड़ रही है। कई जगह लोग पानी के लिए बावड़ियों पर सुबह से लेकर रात 11:00 बजे तक लाइनों में लग रहे हैं। साल 2018 में भी शिमला शहर में भारी पेयजल संकट ऐसे ही स्थति हो गई थी।
इन दिनों पानी की जरूरत और भी ज्यादा बढ़ जाती है। इस समय हिमाचल में पानी की बहुत समस्या चल रही है। हिमाचल प्रदेश की 750 पेयजल परियोजनाओं में 25 से 30 फीसदी पानी कम हो गया है। इसके कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पेयजल परियोजना गिरि में जलस्तर गिरने के कारण जलसंकट पैदा हुआ।18 एमएलडी की क्षमता वाली इस परियोजना से अब शहर को 11 से 12 एमएलडी पानी ही ही मिल पा रहा है। बीते एक हफ्ते से जलस्तर बहुत ज्यादा घट गया है। पंचायती क्षेत्रों में तो लोगो को पानी छठे और सातवें दिन मिल रहा है। पेयजल कंपनी के जीएम आरके वर्मा ने कहना है कि जलस्तर बहुत ज्यादा घाट गया है।जलस्तर के घटने से ही सप्लाई घटी है। कंपनी प्रयास कर रही है की लोगो को दूसरे-तीसरे दिन तक पानी मिल सके।