पाकिस्तान की जनता महंगाई से त्रस्त है. महंगाई के कारण पाकिस्तान में हाहाकार मचा हुआ है. इस बीच पाकिस्तान में महंगाई ने पांच दशक का रिकार्ड तोड़ दिया है. आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान ने IMF से लोन लेने के लिए अपने आर्थिक नियम में बदलाव किया था, जिसके वजह से ब्याज दरों की कीमत बढ़ गयी है और हाल ये हो चुका है कि आम जनता में महंगाई के कारण हाहाकार मचा हुआ है. पाकिस्तान में महंगाई दर 35.37 फिसदी पर पहुंच गयी है.
‘पाकिस्तना में महंगाई दर 3.72 पहुंच चुका है’
वर्तमान की आर्थिक संकट से निकलने के लिए पाकिस्तान को आईएमएफ से मिलने वाली लोन की सख्त आवश्क्ता है, लेकिन पाक को लोन अभी तक नहीं मिल पाया है. शनिवार को जारी एक आंकड़े के मुताबिक पाकिस्तना में महंगाई दर 3.72 पहुंच चुका है. पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के पतन का कारण खराब वित्तीय प्रबंधन के साथ राजनीतिक अस्थिरता भी है.
‘पाक पर 60 ट्रिलियन पाकिस्तानी रूपये से अधिक का कर्ज’
अगर पाकिस्तान के उपर कर्ज की बात की जाए तो वह 60 ट्रिलियन पाकिस्तानी रूपये से अधिक की है. यह पाक के जीडीपी का 89 फिसदी हिस्सा है. वही इस कर्ज में 35 फिसदी हिस्सा केवल चीन का है. आपको बता दें कि पाकिस्तान पर चीन का 30 अरब डॉलर से अधिक का कर्ज बकाया है. पाकिस्तान की गरीब जनता को इस आर्थिक ऊथल पुथल का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. फिलहाल अगर पाकिस्तान को अपनी आर्थिक हालत सही करनी है तो पहले उसे अपने उपर के कर्ज से मुक्त होना होगा.