World Mental Health Day: 10 अक्टूबर के दिन हर साल विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर कोरोना महामारी ने बेहद ही बुरा प्रभाव डाला है। जो कि अभी भी जारी है। लेकिन फिर भी लोग मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत कम बात करते हैं। जिस कारण विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस बेहद ही अहम है। लोगों को इस दिन मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूक किया जाता है। मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा और उसके सुधार पर हम सभी को जरूर ध्यान देना चाहिए।
आपको बता दें कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन यानि कि WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार इंटरनेशनल लेवल पर हर 8 में से एक इंसान मेंटल डिसऑर्डर का शिकार होता है। इसके अलावा मानसिक स्वास्थ्य के लिए लोग उपलब्ध सेवाएं, फंडिंग और स्किल्स की कमी भी झेल रहे हैं। विशेष तौर पर लॉ और मिडिल क्लास इनकम वाले देश इसे झेल रहे हैं। जिसके चलते हर साल वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे लोगों को री-कनेक्ट करने का एक प्रयास का जा रहा है।
जानकारी दे दें कि मानसिक तनाव आत्महत्या की एक बड़ी वजह है। WHO के अनुसार, दुनियाभर में साल 2019 में 7 लाख 3 हजार लोगों ने आत्महत्या की थी। जिनमें से 58 परसेंट लोगों की आयु 50 साल से ज्यादा थी। इस बात को जानकर आप लोगों को हैरानी होगी कि 20 साल से लेकर 35 साल के युवा सबसे अधिक सुसाइड करते हैं। आत्महत्या करने वाले इस उम्र के लोगों की संख्या 60 हजार से भी कई ज्यादा है। इनमें से अधिकतर लोग लॉ और मिडिल क्लास फैमिली से आने वाले युवा थे।
बता दें कि WHO पार्टनर्स के साथ मिलकर इस साल ‘मेक मेंटल हेल्थ एंड वेल-बीइंग फॉर ऑल ए ग्लोबल प्राइयॉरिटी’ कैपेंन लॉन्च करने वाला है। जिसका मकसद सिर्फ मेंटल हेल्थ कंडिशन वाले लोगों, वकीलों, कर्मचारियों, हितधारकों, सरकारों और अन्य नियोक्ताओं के लिए मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को एक मेन स्ट्रीम में लेकर आना है। जिससे इस मुद्दे को लेकर इंटरनेशनल लेवल पर बात हो। साथ ही लोगों की मेंटल हेल्थ स्वस्थ हो।
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