नई दिल्ली (Dipa Karmakar: It was claimed by Indian officials that her suspension was not doping related which turned out to be false) : आईटीए अंतरराष्ट्रीय जिम्नास्टिक महासंघ (एफआईजी) के डोपिंग निरोधक कार्यक्रम का जिम्मा संभालने वाली स्वतंत्र एजेंसी है।
10 जुलाई 2023 को खत्म होगा कर्माकर का प्रतिबंध
कर्माकर का प्रतिबंध इस साल दस जुलाई को खत्म होगा क्योंकि उसके नमूने 11 अक्टूबर 2021 को लिए गए थे। आईटीए ने एक बयान में कहा, ‘आईटीए इसकी पुष्टि करता है कि दीपा कर्माकर पर 21 महीने का प्रतिबंध लगाया गया था जो 10 जुलाई 2023 को खत्म होगा। वह हिजेनामाइन के सेवन की दोषी पाई गई थी जो विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी की प्रतिबंधित सूची में है।’ आगे आईटीए ने कहा कि दीपा का डोप मसला एफआईजी के डोपिंग निरोधक नियमों और वाडा के प्रावधानों के तहत निपटा लिया गया था।
ओलंपिक 2016 में कर्माकर ने प्राप्त किया था चौथा स्थान
रियो ओलंपिक 2016 में वॉल्ट में चौथे स्थान प्राप्त कर के दीपा करमाकर ने अपनी पहचान बनाई थी। बता दे कर्माकर 2017 में सर्जरी के बाद से चोटों से जूझ रही है। उनका आखिरी टूर्नामेंट बाकू में 2019 विश्व कप था। कर्माकर और उनके कोच बिशेश्वर नंदी ने उस समय डोप निलंबन के बारे में चुप्पी साधे रखी। भारतीय जिम्नास्टिक महासंघ के अध्यक्ष सुधीर मित्तल ने भी कहा था कि उन्हें इस संबंध में एफआईजी से कोई सूचना नहीं मिली है। अधिकारियों ने यह तक कहा था कि उसे अनुशासन कारणों से निलंबित किया गया है, डोपिंग की वजह से नहीं।
— Dipa Karmakar (@DipaKarmakar) February 4, 2023
अनजाने में किया था प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन
कर्माकर इस मामले को लेकर ट्वीट किया और लिखा, ”मैंने अनजाने में उसे लिया और मुझे पता नहीं कि उसका स्रोत क्या था। मैंने अंतरराष्ट्रीय महासंघ के साथ मामला बिना किसी परेशानी के निपटाने के लिए अस्थायी निलंबन स्वीकार कर लिया।” कर्माकर के डोप नमूने आईटीए द्वारा प्रतिस्पर्धा से इतर लिए गए। आईटीए अंतरराष्ट्रीय जिम्नास्टिक महासंघ (एफआईजी) के डोपिंग निरोधक कार्यक्रम का जिम्मा संभालने वाली स्वतंत्र एजेंसी है।
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