IND vs AUS: दिल्ली में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मुकाबले के तीसरे दिन अरुण जेटली स्टेडिम में भारतीय स्पिनर जडेजा का तूफान देखने को मिला। तीसरे दिन जडेजा ने केवल एक सेशन में गेंदबाजी कर 7 ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को चलता कर दिया। इस दौरान जडेजा ने 5 बल्लेबाजों को क्लीन बोल्ड कर चारों खाने चित कर दिया। इससे पहले एक मुकाबले में 5 बल्लेबाजों का क्लिन बोल्ड करने का रिकॉर्ड शोएब अख्तर और अनिल कुंबले के नाम था। जडेजा से पहले ये कारनामा 2002 में लाहौर में न्यूजीलैंड के खिलाफ पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने किया था। पिछले 50 वर्षों में ऐसा करने वाले एकमात्र अन्य स्पिनर 1992 में जोबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अनिल कुंबले हैं।
ऑस्ट्रेलिया के सात विकेट लेकर जडेजा ने एक और उपलब्धि अपने नाम की है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में जडेजा के कुल 80 विकेट हो चुके हैं। इस उपलब्धि के साथ ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में जडेजा चौथे नं. पर आ चुके हैं। इससे पहले कपिल देव ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में कुल 79 विकेट 20 टेस्ट मैच खेलकर लिए थे। इस मामले में पहले नंबर पर कुंबले हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 111 विकेट टेस्ट में चटकाए हैं। दूसरे नंबर पर अश्विन हैं जिन्होंने अबतक 103 विकेट ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लिए हैं। हरभजन सिंह ने 95 विकेट लिए हैं।
जडेजा ने इस बॉलिंग फिगर के साथ अबतक की अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की है।
गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई करते हुए, अश्विन और जडेजा ने मिलकर स्टार बल्लेबाज स्टीवन स्मिथ और मारनस लेबुस्चगने को मैदान पर ज्यादा समय बिताने का मौका नहीं दिया। जहां अश्विन ने ट्रैविस हेड (43), स्मिथ (9) और मैट रेनशॉ (2) के महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए, वहीं ऑलराउंडर जडेजा दूसरी पारी में सात विकेट लेकर गेंदबाजों में सबसे आगे निकले। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेजबाज लेबुस्चगने डगआउट से जडेजा की घातक गेंदबाजी देखकर परेशान दिखे। जडेजा द्वारा कमिंस को आउट करने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य भी हैरान रह गए। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारतीय स्पिनरों से निपटने में विफल रहने के बाद सिर्फ 80 रन पर 8 विकेट खो दिए। जडेजा ने पीटर हैंड्सकॉम्ब (0), एलेक्स केरी (7), कमिंस (0), नाथन लियोन (8), और मैथ्यू कुह्नमैन (0) को क्लीन बोल्ड कर ऑस्ट्रेलियाई टीम के निचले क्रम को ध्वस्त कर दिया और 7 विकेट हॉल पूरा करने में कामयाब रहे। ये जडेजा की अबतक की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी रही।