पूरे वर्ल्ड कप में मोहम्मद शमी का दबदबा रहा. शमी टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन गए। पूरे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का सफर शानदार रहा, लेकिन वर्ल्ड कप 2023 (WC 2023) के फाइनल में आकर टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। 19 नवंबर को खेले गए मैच में पहली बार टीम इंडिया वर्ल्ड कप के दौरान बैकफुट पर नजर आई। रोहित ब्रिगेड ने लीग चरण और सेमीफाइनल सहित कुल 10 मैच जीते थे। लेकिन एक खराब मैच ने टीम इंडिया का तीसरी बार वर्ल्ड कप जीतने का सपना तोड़ दिया।
इन सबके बीच शमी ने एक इंटरव्यू में अपनी जिंदगी के बारे में बात की। इसमें उन्होंने अपने करियर को लेकर अहम खुलासे किए हैं जो कई क्रिकेट फैंस नहीं जानते होंगे। शमी ने कहा कि उनके करियर में एक समय ऐसा भी आया था जब डॉक्टरों ने उनसे कहा था कि वह कभी दोबारा नहीं खेल पाएंगे।
दरअसल, ‘प्यूमा इंडिया’ से खास बातचीत में मोहम्मद शमी ने कहा कि 2015 वर्ल्ड कप से ठीक पहले उनके घुटने में सूजन हो गई थी। ऐसे में उनके पास घुटने की सर्जरी ही आखिरी विकल्प था। उन्होंने यह सर्जरी नहीं कराई और क्रिकेट खेलना जारी रखा। उन्होंने यह भी कहा कि, वह हर मैच के बाद अस्पताल जाते थे और इंजेक्शन लेते थे। अगर 2015 वर्ल्ड कप के दौरान उनकी जगह कोई और खिलाड़ी होता तो वह नहीं खेलता। शमी ने कहा- मैंने दर्द सहा और खेला। मेरे पास दो विकल्प थे लेकिन मैंने आराम करने की बजाय देश को चुना।
बाद में शमी के घुटने की सर्जरी हुई और तब डॉक्टरों ने कहा कि अगर वह आराम से चल सकें तो यह उनके लिए बड़ी सफलता होगी। क्रिकेट खेलना तो दूर की बात है। शमी ने आगे कहा कि, मैं दो घंटे तक बेहोश था। लेकिन जब मैं उठा तो मैंने सीधे डॉक्टर से पूछा कि मैं दोबारा कब खेलना शुरू कर सकता हूं। डॉक्टर ने कहा, तुम चल लो वही बड़ी बात है, तुम्हें खेलना बंद करना होगा। शमी ने कहा- इसके बाद सब कुछ उनके ठीक होने पर निर्भर था।
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