India News(इंडिया न्यूज़), National Games, संववादाता अनिल भारद्वाज, गुरुग्राम: गोवा में खेले गए 37वें राष्ट्रीय खेलों का बृहस्पतिवार को समापन हो गया। इस खेल में हरियाणा के खिलाड़ियों ने पिछले वर्ष गुजरात 2022 में खेले गए 36वें राष्ट्रीय खेलों के मुकाबले गोवा में 26 पदक अधिक जीतने में कामयाब रहे हैं। गोवा में 26 पदक अधिक जीतने में के बाद भी द्वितीय स्थान पाने में हरियाणा चार पदकों से चुक गया। गोवा खेलों में हरियाणा 62 और सर्विसिज स्र्पोटर्स कंट्रोल बोर्ड 66 स्वर्ण पदक जीते है। चार स्वर्ण पदकों के अंतर ने बोर्ड को द्वितीय स्थान दिलाया। गोवा में प्रदेश के खिलाड़ियों ने व्यक्तिगत स्पर्धा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए प्रदेश के लिए पदक संख्या बढ़ाने में कामयाब रहे।
प्रदेश के पहलवानों और शूटरों की बदौलत
हरियाणा 192 पदकों के साथ तृतीय स्थान पर रहा है। यहां पर प्रथम महाराष्ट्र 288 और द्वितीय सर्विसिज स्र्पोटस कंट्रोल बोर्ड 126 पदकों पर रहा है। हरियाणा ओलिंपिंक एसोसिएशन के कार्यकारी सदस्य कर्नल राजपाल सिंह अहलूवालिया का कहना है कि प्रदेश में सभी एसोसिएशन खिलाड़ियों का सही चयन कर पाए, इस के लिए हरियाणा ओलिंपिंक एसोसिएशन ने चयन के समय अपनी विशेषज्ञ टीम भेजी थी और उसका लाभ यह हुआ कि राष्ट्रीय खेलों में हम अधिक पदक जीतने में कामयाब रहे। कर्नल ने कहा कि गुजरात 2022 में खेले गए 36वें राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा 166 पदकों के साथ तृतीय स्थान पर रहा था। इसमें 38 स्वर्ण और 38 रजत तथा 40 कांस्य पदक हासिल किए थे। यहां पर सर्विसिज स्र्पोटस कंट्रोल बोर्ड प्रथम और महाराष्ट्र द्वितीय और हरियाणा तृतीय रहा था।
गोवा में सबसे अधिक पदक जीतने वाले प्रदेशः
महाराष्ट्र:
स्वर्ण-रजत – कांस्य – कुल पदक संख्या
80 – 69 – 79 – 228
सर्विसिज स्र्पोटस कंट्रोल बोड:
66 – 27 – 33 – 126
हरियाणा:
62 – 55 – 75 – 192
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व्यक्तिगत खेल स्पर्धा में उत्कृष्ट प्रर्दशन:
हरियाणा के खिलाड़ियों का व्यक्तिगत खेल स्पर्धा में उत्कृष्ट प्रर्दशन रहा। कुश्ती में 11 स्वर्ण, 1 रजत,12 कांस्य पकदों समेत 24 पदक हासिल किए। वहीं शूटिंग में 5 स्वर्ण, 5 रजत,4 कांस्य समेत 14 पदक और एथलेटिक्स में 3 स्वर्ण, 7 रजत, 4 कांस्य पदक समेत 14 जीते। जूडो में 2 स्वर्ण, 6 रजत, 4 कांस्य सहित 12 पदक और साइकलिंग स्पर्धा में 5 स्वर्ण, 2 रजत, 3 कांस्य पदकों समेत 10 तथा वुशू में 3 स्वर्ण, 3 रजत, 5 कांस्य 11 पदक, तलवारबाजी में 2 स्वर्ण, 1 रजत, 4 कांस्य समेत 7 पदक और ताइक्वांड़ो स्पर्धा में 3 स्वर्ण, 1 रजत, 4 कांस्य पदक सहित 8 और मुक्केबाजी में 3 स्वर्ण, 1 रजत, 2 कांस्य समेत 6 पदक तथा योगाशन में 2 स्वर्ण, 2 रजत, 2 कांस्य 6 पदक, तीरंदाजी में 1 स्वर्ण, 3 रजत, 1 कांस्य समेत 5 पदक और माॅर्डन पेंटाथलान स्पर्धा में 3 स्वर्ण, 4 रजत, 4 कांस्य पदक हासिल किए। कलारिपयाट्टू स्पर्धा में 1 रजत, 6 कांस्य पदक सहित 7 पदक जीते हैं।
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टीम स्पर्धा में प्रदर्शन:
टीम स्पर्धा में प्रदेश की हाॅकी टीमों का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है। पुरुष हाॅकी टीम ने स्वर्ण और महिला टीम ने रजत पदक जीता है। हरियाणा हाॅकी एसोसएिशन के पूर्व महासचिव सुनील मलिक ने बताया कि पुरुष हाॅकी टीम का फाइनल मुकाबला कर्नाटका टीम के साथ खेला गया था और हरियाणा टीम 5-3 से जीतने में कामयाब रही। वहीं महिला हाॅकी टीम को फाइनल मुकाबला मध्यप्रदेश टीम के साथ हुआ। मुकाबले में शूटआउट में हार के साथ हरियाणा टीम को रजत पदक पर संतोष करना पड़ा।
कबड्डी तथा हैंडबाल स्पर्धा में पुरुष-महिला टीमों को फाइनल में हार के साथ रजत पदक हासिल हुएं। वहीं फुटबाल में लड़कियां टीम ने पश्चिम बंगाल को 1-0 से हराकर कांस्य जीतने में काम रही।
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राष्ट्रीय खेलों जिमनास्टिक खिलाड़ियों का पहली बार रहा उत्कृष्ट प्रदर्शन:
प्रदेश के जिमनास्टिक खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय खेलों में पहली बार 11 पदक जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया। हरियाणा जिमनास्ट ने 4 स्वर्ण, 3 रजत, 4 कांस्य पदक जीतने मे कामयाब रहे। टीम मैनेजर संदीप कुमार और कोच कविता सैनी ने बताया कि पूर्व के राष्ट्रीय खेलों में प्रदेश को एक -दो पदक मिलते थे लेकिन इस बार हरियाणा खिलाड़ियों ने इतिहास रच दिया। पूर्व जिमनास्टिक खिलाड़ी व सेवानिवृत खेल उप निदेशक परसराम ने कहा कि एसोसिएशन का राष्ट्रीय खेलों के लिए सही खिलाड़ियों का चयन और खिलाड़ियों की अच्छी तैयारी ने अधिक पदक दिलाए। हरियाणा जिमनास्टिक एसोसिएशन के प्रधान सूरज पाल अम्मू ने खिलाडियों को बधाई दी।
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