India News (इंडिया न्यूज़) : भारत में क्रिकेट को धर्म माना जाता है। इसका जुनून लोगों के सिर चढ़कर बोलता है। बता दें, लोगों के सिर पर न सिर्फ क्रिकेट देखने का जुनून है बल्कि हजारों युवक क्रिकेटर बनने का सपना भी देखते हैं। हालांकि, इस फील्ड में एंट्री के बारे में अधिक जानकारी न होने के चलते कई युवक क्रिकेटर बनने का अपना ख्वाब पूरा नहीं कर पाते। अग आप क्रिकेटर बनना चाहतें हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए है। हमारी इस रिपोर्ट में जानें प्रोफेशनल क्रिकेटर कैसे बन सकते हैं।
– खेल की सही तकनीक
-हाथ और आंख का असाधारण समन्वय
-अच्छी फ्लैक्सिबिलिटी
-शानदार कोर स्ट्रेंथ और अच्छी कॉर्डियोवैस्कुलर हेल्थ
सबसे पहले तो इस फील्ड में करियर बनाने की इच्छा है तो सबसे पहले स्वयं को एनालाइज करें। इस खेल के प्रति अपने अंदर की जुनून की हद देखें। इसके बाद अपनी स्ट्रेंथ देखें। वहीँ, क्रिकेट के लिए कुछ भी कर गुजरने का जुनून है तो आप कम से कम एक चरण में पास हैं। दूसरे नंबर पर अपनी मेहनत और स्किल को परखें। मालूम हो, हर खेल की भांति क्रिकेट में भी जुनून, स्किल और स्ट्रेंथ के बिना काम नहीं चल सकता।
सेल्फ प्रैक्टिस और स्कूल में रेगुलर क्रिकेट खेलते हैं तो समय है अच्छी क्रिकेट एकेडमी ज्वाइन करने की. क्रिकेट एकेडमी में जरूरी टिप्स और ट्रिक्स मिलती हैं. जो काफी जरूरी हैं. इसके अलावा कोच का अनुभव भी इस कॉम्प्लेक्स जर्नी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अगर आपको क्रिकेटर बनना हैं और आप स्कूल/कॉलेज/यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करते हैं। फिर आप यहां की टीम में जरूर शामिल हों। बता दें, अंतरास्ट्रीय महिला क्रिकेटर स्मृति मंधाना भी मानती हैं कि उभरते क्रिकेटरों के लिए स्कूल या कॉलेज सबसे अच्छी जगह होते हैं। जहाँ इंटर-स्कूल या इंटर-यूनिवर्सिटी लेवल पर क्रिकेट टूर्नामेंट होते हैं।
मालूम हो, अगर आपने स्कूल/कॉलेज लेवल पर अच्छी क्रिकेट खेती हैं तो अब समय है जिला स्तर की टीम में शामिल होने का। क्योंकि जिला स्तर पर ट्रायल होते रहते हैं। ट्रायल में पास होने पर जिला स्तर पर खेलने का मौका मिलता है। हालांकि ये बात और है कि जिला स्तर के प्लेइंग 11 का हिस्सा बनना भी आसान नहीं होता। यहां जबर्दस्त कॉम्पिटीशन होता है।
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