India News (इंडिया न्यूज़) : भारत में 5G नेटवर्क के विस्तार पर बहुत तेजी काम हो रहा है। अब सरकार की ओर से 6G पर भी तेजी से काम किया जाएगा। इसी सिलसिले में जी20 शिखर सम्मेलन में भारत और अमेरिका के बीच टेलीकम्युनिकेशन क्षेत्र में एक अहम साझेदारी हुई है। जिसके तहत दोनों देश 6G पर मिलकर काम करेंगे। इसके लिए एलायंस फॉर टेलीकम्युनिकेशन इंडस्ट्री सॉल्यूशंस (एटीआईएस) के नेक्स्ट जी एलायंस और भारत 6जी एलायंस ने एक MOU हस्ताक्षर किया है।
सामने आई जानकरी के अनुसार, एटीआईएस ने इस पहल की शुरुआत की है। जिसका मकसद है 6G पर प्रारंभिक फोकस के साथ निजी क्षेत्र के नेतृत्व वाले प्रयासों के माध्यम से अगले दशक में उत्तरी अमेरिकी वायरलेस प्रौद्योगिकी नेतृत्व को आगे बढ़ाना। ज्ञात हो, इस एलायंस में अमेरिका की कई कंपनियां मौजूद हैं। बात करें भारत 6जी एलायंस की तो भारतीय उद्योग, शिक्षा जगत, राष्ट्रीय अनुसंधान संस्थानों और मानक संगठनों की एक पहल है। इस पहल के पीछे का मकसद है भारत 6G मिशन के साथ प्रौद्योगिकी और नवाचारों को डिजाइन, विकसित और तैनात करना। इस पहल की मदद से भारत और दुनियाभर में नागरिकों को उच्च गुणवत्ता और सुरक्षित जीवन अनुभव प्रदान की जा सके।
अमेरिका और भारत के बीच हुई साझेदारी PMO की ओर से जारी बयान में बताया गया है, ‘ये एलायंस 5G और 6G टेक्नोलॉजी के विकास और रिसर्च में एक दूसरे का सहयोग करेंगे।’ इस साझेदारी के तहत एक प्रमुख भारतीय टेलीकॉम ऑपरेटर अमेरिकी मैन्युफैक्चर्र के 5G ओपन रेडियो एक्सेस सिस्टम के पायलेट प्रोजेक्ट में हिस्सा ले सकेगा। बता दें, ये बैठक शुक्रवार को हुई है, जब G20 में हिस्सा लेने अमेरिका राष्ट्रपति नई दिल्ली पहुंचे हैं।इस बैठक में सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन पर भी बातचीत हुई है। साझा बयान में दोनों नेताओं ने US रिप एंड रिप्लेस प्रोग्राम में भारतीय कंपनियों की भागीदारी के लिए उत्सुकता प्रकट की है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने संयुक्त राज्य अमेरिका में रिप एंड रिप्लेस पायलट के लिए भारत के समर्थन का स्वागत भी किया है।
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