India News (इंडिया न्यूज़),Arvind Kejriwal: दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने रविवार (4 फरवरी) को बड़ा दावा करते हुए कहा कि उन्हें BJP में शामिल होने के लिए मजबूर किया जा रहा है। बता दें, उनका यह बयान AAP विधायकों के खरीद-फरोख्त के आरोपों की जांच के बीच आया है।
बता दें, दिल्ली के रोहिणी में सीएम ने एक स्कूल की आधारशिला रखी। इसके बाद CM केजरीवाल ने कहा, ‘वे हमारे खिलाफ कोई भी साजिश रच सकते हैं। लेकिन मैं भी दृढ़ हूं , मैं झुकने वाला नहीं हूं । वे मुझसे BJP में शामिल होने के लिए कह रहे हैं, तो वे मुझे अकेला छोड़ने जा रहे हैं। हालाँकि, मैंने कहा कि मैं बीजेपी में कभी नहीं जाऊंगा।
मालूम हो, राजनीती में सीएम केजरीवाल द्वारा नेताओं और पार्टियों पर आरोप लगाने का लम्बा इतिहास रहा है। दिल्ली सीएम इससे पहले विक्रम मजीठिया, अरुण जेटली, नितिन गडकरी और कपिल सिब्बल पर आरोप लगा चुके हैं। हालाँकि, आरोप सिद्ध नहीं होने पर मानहानि के मामले में इन सभी से माफ़ी माफ़ी मांगनी पड़ी।
बता दें, केजरीवाल द्वारा माफी मांगने की शुरुआत बिक्रम मजीठिया से हुई। दरअसल, पंजाब विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान सीएम ने अकाली नेता मजीठिया पर काफी गंभीर आरोप लगाए थे। तब उन्होंने कहा था कि मजीठिया ड्रग्स बेचते हैं और कई इंटरनैशनल ड्रग्स डीलर्स के बयानों में उनका नाम आ चुका है। केजरीवाल ने यहां तक कहा था कि 30 मार्च को सरकार बनेगी औऱ 15 अप्रैल तक मजीठिया जेल में होंगे।
बाद में सीएम ने मजीठिया को लिखा कि उनके आरोप निराधार थे, इसलिए वह माफी मांगते हैं।
मजीठिया के बाद केजरीवाल ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर दिल्ली के ई-रिक्शा मामले के अलावा जमीन घोटाले के भी आरोप लगाए थे। तब केजरीवाल ने भारत के सर्वाधिक भ्रष्ट लोगों की सूची में नितिन गडकरी के शामिल होने की बात कही थी। उन्होंने यहाँ तक कहा था कि गडकरी से माफी मांगने का सवाल ही नहीं है।
इसके आगे उन्होंने कहा था कि अगर नितिन गडकरी का कोर्ट में ट्रायल शुरू हुआ तो उनकी इतनी भद पिटेगी कि आप देखेंगे। बाद में केजरीवाल ने गडकरी से भी लिखित में माफी मांगी।उन्होंने लिखा कि मेरी आपसे कोई रंजिश नहीं। पूर्व में दिए बयान के लिए अफसोस जाहिर करता हूं।
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