India News(इंडिया न्यूज़), Bhai Dooj 2023: दिवाली का पांच दिवसीय त्योहार भाई दूज के साथ समाप्त होता है। हर साल भाई दूज कार्तिक मास की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस त्यौहार की शुरुआत यमराज और उनकी बहन यमुना ने की थी, इसलिए इस दिन को यम द्वितीया भी कहा जाता है।
भाई को तिलक लगाते समय रखें इन बातों का ध्यान
- भाई दूज के दिन की शुरुआत यमराज और यमुना जी ने की थी, इसलिए भाई-बहन दोनों को तिलक करने से पहले यमराज और यमुना जी की पूजा करनी चाहिए। इसके बाद भाई का तिलक करना चाहिए।
- जब भी आप तिलक करें तो ध्यान रखें कि तिलक करते समय भाई का मुंह उत्तर या उत्तर-पश्चिम की ओर और बहन का मुंह उत्तर-पूर्व या पूर्व की ओर होना चाहिए।
- भाई को तिलक लगाने से पहले बहन को व्रत रखना चाहिए और तिलक करने के बाद भगवान से भाई की लंबी उम्र की प्रार्थना करनी चाहिए। तिलक लगाने के बाद अपना व्रत खोलना चाहिए।
- तिलक करने के बाद अपने भाई को मिठाई जरूर खिलाएं। बहन को अपने हाथों से भाई को मिठाई खिलानी चाहिए। ऐसा करना शुभ माना जाता है। साथ ही इस दिन हर भाई को अपनी बहन को अपनी क्षमता के अनुसार कुछ न कुछ उपहार अवश्य देना चाहिए।
- इस दिन बहन को अपने भाई का दिल से सम्मान करना चाहिए। उसे भोजन आदि खिलाना चाहिए। यदि किसी कारण से आपका भाई घर नहीं आ सके तो उसके भाई के घर तिलक सामग्री और सूखा नारियल भेज दें।
- भाई हो या बहन किसी को भी तिलक के समय काले कपड़े नहीं पहनने चाहिए. शास्त्रों में शुभ कार्यों के दौरान काले कपड़े पहनने की मनाही है।
- भाई जो भी उपहार दे, बहन को उसे प्रेमपूर्वक स्वीकार करना चाहिए। अपने भाई के उपहार का अनादर न करें। भाई को भी अपनी बहन को पूरे मन से उपहार देना चाहिए।
- भाई दूज के दिन भाई-बहन को किसी भी तरह का विवाद नहीं करना चाहिए और न ही एक-दूसरे को अपशब्द कहना चाहिए। अगर आपके और आपकी बहन के बीच किसी भी तरह का विवाद है तो आज के दिन उसे सुलझा लें और मनमुटाव दूर कर लें।
भाई दूज पर तिलक लगाने का शुभ समय
कार्तिक मास की शुक्ल द्वितीया तिथि 14 नवंबर 2023 को दोपहर 02:36 बजे शुरू हो गई है और 15 नवंबर 2023 को दोपहर 01:47 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार भाई-बहन का त्योहार भाई दूज 15 नवंबर, बुधवार को मनाया जा रहा है।
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