India News(इंडिया न्यूज़)Delhi Pollution Rise: देश की राजधानी दिल्ली में मौसम में बदलाव के साथ ही प्रदूषण (Delhi Pollution) के स्तर में विशाल लोगों को अभी से डराने लगा है। पराली (Stubble Burning) के मामले पिछले दो साल की तुलना में इस बार सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं। दो अक्टूबर तक पंजाब से 456 तक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ। दूसरा नंबर हरियाणा का है, जहां से पराली पर 120 केस के खुलासे हुए हैं। दिल्ली में अभी तक एक मामला सामने आया है।
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान क्या है?
वायु प्रदूषण की रोक-थाम को लेकर सरकार सख्त है। दिल्ली सरकार ने आज से सात नवंबर तक अंडर डस्ट प्लांटेशन पर रोक लगाने के लिए एंटी-डस्ट एक्शन प्लान चलाया। इसके पर्यवेक्षण के लिए 13 इलाकों में 591 मूर्तियाँ स्थापित की गई हैं। सीएंडडी पोर्टल पर 500 वर्ग मीटर से अधिक वाले सभी निर्माण स्थलों पर अपना पंजीकरण कराना अनिवार्य कर दिया गया है।
1. विवेक विहार: औद्योगिक प्रदूषण, सड़क किनारे खुले में स्थित कूड़ा-कचरा है।
2. आरके पुरम: बाहरी रिंग रोड पर भारी जाम की समस्या रहती है। निर्माण कार्य के तहत प्रदूषण फैलाया जा रहा है।
3. नरेला: मंडी में ट्रक खुले में लोडिंग और अनलोडिंग करते हैं, इससे जाम की समस्या पैदा होती है। होलंबी कलां व शाहपुर गढ़ी गांव में खुले में लकड़ी जलाना। वहीं, बिल्डिंग चौक से बवाना क्रॉसिंग तक लगने वाला भारी जाम।
4. पंजाबी बाग: रामलीला मैदान में गंदगी का प्रदूषण। जगह-जगह से अवशेषी सड़कें व फुटपाथ से निकलने वाली गंदगी।
5. ओखला: मां आनंदमयी मार्ग, ओखला ई-स्टेट मार्ग और मथुरा रोड पर लंबा जाम। कूड़ा लैंडफिल साइट औद्योगिक और इकाई।
सेंट्रल कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार 5 अक्टूबर 2023 को दिल्ली में सुबह 8 बजे के करीब औसत एक्यूआई (AQI) 177 दर्ज किया गया, जो मध्यम श्रेणी में है। वहीं, दिल्ली के अलीपुर प्रदूषण का लेवल 176 एक्यू दर्ज किया गया है। बवाना में 214, दिलशाद गार्डन में 205, जहांगीरपुरी में 214, आनंद विहार में 190, अशोक विहार में 102, आया नगर में 136, बदड़ी में 188, डीटीयू में 189, लोधी रोड में 130, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में 105, आईटीओ में 140 , द्वारका में 185, मुंडका में 352, द्वारका में 250, विवाहपुर में 300, वजीरपुर में 206 दर्ज किया गया है।
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