India News (इंडिया न्यूज़) : रूस -यूक्रेन के बीच चले रहे विनाशकारी युद्ध अभी खत्म नहीं हुआ कि एक नया युद्ध छिड़ गया है। बता दें, इजरायल पर फिलस्तिनी चरमपंथी संगठन हमास ने रॉकेट लॉन्चरों से हमला कर दिया है। इजरायल में सुबह सात बजे से ही हवाई हमलों का सायरन बजने लगा। इजरायल के मुताबिक, गाजा पट्टी से भारी मात्रा में रॉकेट दागे गए हैं, इसके अलावा बंदूकधारी सीमा पार कर रहे हैं। इसके जवाब में इजरायली वायुसेना के दर्जनों लड़ाकू विमान अब गाजा पट्टी में कई स्थानों पर आतंकी संगठन हमास के ठिकानों पर हमला कर रहे हैं। इस बीच इजरायल ने दावा किया है कि पांच हजार रॉकेट्स इजरायल के ऊपर पर दागे गए हैं। वहीं, इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने भी युद्ध की घोषणा कर दी है। तो आइये जानते हैं क्या है चरमपंथी संगठन हमास का इतिहास।
1980 में हुई थी हमास की स्थापना
रिपोर्ट के मुताबिक, फिलस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास का इतिहास साल 1980 से शुरू होता है। जिसकी स्थापना शेख अहमद यासीन ने की थी। बताया जाता है वह 12 साल की उम्र से वह व्हील चेयर पर थे। साल 1987 ने इजरायल के खिलाफ पहले इंतिफादा की घोषणा की थी। मालूम हो, इंतिफादा का आशय आमतौर पर “बगावत” या “विद्रोह” माना जाता है। 1988 में हमसा ने पुष्टि की थी कि इसकी स्थापना फिलिस्तीन को मुक्त करने के लिए हुई थी इसके सशस्त्र विभाग का गठन 1992 में हुआ था। साल 1993 से लेकर साल 2005 तक हमास ने इजरायल पर कई आत्मघाती हमले किए थे।
गाजा की सत्ता में है हमास
बताया जाता है वर्ष 2005 में हमास ने खुद को हिंसा से अलग किया, हालांकि साल 2006 में गाजा से इजरायल पर रॉकेट हमलों का सिलसिला जारी किया था। बता दें, 2006 में हमास ने गाजा में तख्तापलट किया था। इसके बाद साल 2007 में गाजा पट्टी पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया। मौजूदा समय में भी गाजा पट्टी में हमास की सरकार है। कनाडा, यूरोपीय संघ, इज़राइल, जापान और संयुक्त राज्य अमेरिका हमास को आतंकवादी संगठन का दर्जा दिया है। वहीं, ब्राजील, चीन, मिस्र, ईरान, नॉर्वे, कतर, रूस, सीरिया और तुर्की जैसे देशों में आतंकवादी संगठन नहीं माना जाता।
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