India News (इंडिया न्यूज) : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानि इसरो ने सफलता के नए झंडे गाड़ दिए हैं। चंद्रयान -3 का विक्रम लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफलता से लैंड कर चुका है। चंद्रयान -3 के सॉफ्ट लैंडिंग से भारत चंद्रमा के इस ध्रुव पर लैंड करने वाला पहला देश बन गया है। वैज्ञानकों का कहना है कि चंद्रयान-3 से चंद्रमा पर जीवन की संभावना और सौर मंडल के रहस्यों को जानने में मदद मिलेगी।
बता दें, चंद्रयान-3 की सफलता पर पडोसी मुल्क पाकिस्तान से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने बीते शुक्रवार को कहा कि देश ने ब्रिक्स में शामिल होने के लिए कोई औपचारिक अनुरोध नहीं किया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि देश हालिया घटनाओं का जायजा लेगा और ब्रिक्स के साथ अपने भविष्य को लेकर निर्णय करेगा। वहीँ, पाकिस्तान ने भारत के चंद्रयान-3 मिशन को लेकर कहा कि इसके लिए इसरो के वैज्ञानिक सराहना के पात्र हैं। चंद्रमा पर भारत की सफल लैंडिंग “यह एक बड़ी वैज्ञानिक उपलब्धि है, जिसके लिए ISRO के वैज्ञानिक सराहना के पात्र हैं।”
चंद्रमा पर भारत की सफल लैंडिंग पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "यह एक बड़ी वैज्ञानिक उपलब्धि है, जिसके लिए ISRO के वैज्ञानिक सराहना के पात्र हैं।" pic.twitter.com/xIXG4L3vZo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 25, 2023
चंद्रयान की सफलता पर वैज्ञानिकों का कहना है कि भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में ‘चंद्रयान-3’ की सफलता के बाद अनंत संभावनाओं के द्वार खुल गए हैं। वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि अब सबसे महत्वपूर्ण चुनौती चांद के दुर्गम दक्षिणी ध्रुवीय इलाके में पानी की मौजूदगी की संभावना की पुष्टि और खानिज एवं धातुओं की उपलब्धता का पता लगाने की होगी। बता दें, वैज्ञानिकों का मानना है कि इन अध्ययनों से चंद्रमा पर जीवन की संभावना एवं सौर मंडल की उत्पत्ति के रहस्यों से परदा हटाने में भी मदद मिलेगी।
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