India News(इंडिया न्यूज), Kejriwal to meet Mamta Banerjee and Sharad Pawar: प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण को लेकर केंद्र के साथ जारी गतिरोध के बीच दिल्ली के सीएम व ‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल ने विपक्षी नेताओं से समर्थन लेने का फैसला किया है। इसी कड़ी मे रविवार को सीएम ने कहा है कि वह 25- 28 मई तक समर्थन मांगने के लिए इस सप्ताह तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी, शिवसेना (यूबीटी) के चीफ उद्धव ठाकरे और राकांपा प्रमुख शरद पवार से मुलाकात करेंगे। दरअसल दिल्ली सीएम केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ राज्यसभा में बिल लाने के विकल्प पर विचार कर रही है। केजरीवाल ने कहा कि अगर बिल राज्यसभा में हार जाता है, तो यह संदेश जाएगा कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव हार जाएगी।
इससे पहले दिन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की और इस मुद्दे पर उन्हें पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, जद (यू) नेता नीतीश कुमार ने आश्वासन दिया कि वह अन्य विपक्षी दलों से भी इस मामले में केजरीवाल के समर्थन में आने का आग्रह करेंगे।
केंद्र ने आईएएस और दानिक्स कैडर के अधिकारियों के स्थानांतरण और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए राष्ट्रीय राजधानी सिविल सेवा प्राधिकरण बनाने के लिए शुक्रवार को एक अध्यादेश जारी किया।
यह सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिल्ली में निर्वाचित सरकार को पुलिस, सार्वजनिक व्यवस्था और भूमि से संबंधित सेवाओं को छोड़कर सेवाओं का नियंत्रण सौंपने के एक सप्ताह बाद आया है। अध्यादेश को छह महीने के भीतर संसद द्वारा अनुमोदित किया जाना चाहिए। जिसके लिए केंद्र को संसद के दोनों सदनों में पारित कराने के लिए एक विधेयक लाना होगा।
आप के राष्ट्रीय संयोजक ने संवाददाताओं से कहा, “यह 2024 के लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल होगा।” केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा कि वह व्यक्तिगत रूप से सभी विपक्षी दलों के प्रमुखों से इस मामले में उनका समर्थन लेने के लिए पहुंचेंगे ताकि अध्यादेश को बदलने के लिए केंद्र द्वारा लाए गए किसी भी विधेयक को राज्यसभा में पराजित किया जा सके।
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