India News (इंडिया न्यूज) : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के डिग्री से जुड़े मामले पर गुजरात यूनिवर्सिटी ने मानहानि मामले में CM केजरीवाल को निराशा हाथ लगी है। गुजरात के हाई कोर्ट द्वारा राहत नहीं मिलने पर केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर किया था। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच ने अरविंद केजरीवाल की इस याचिका पर निचली अदालत के समन के आदेश पर रोक लगाने की केजरीवाल की अर्जी पर कोई दखल देने से साफ इंकार कर दिया।
जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली बेंच ने अपील को इंकार करते हुए कहा है कि 29 अगस्त को ही हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। उस दिन कोर्ट इस मामले पर फैसला होगा। केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंहवी ने कहा कि समन ऑर्डर सही नहीं था। जब हमने समन ऑर्डर को सेशन मे चुनौती दी थी इसी बीच निचली कोर्ट ने 31 अगस्त की तारीख सुनवाई के लिए तय किया है। जस्टिस खन्ना ने कहा कि जब आरोपी कोर्ट मे पेश होगा तो अपनी सभी बात अदालत मे रख सकता है। इसलिए आरोपी को कठघरे में जाने दीजिए।
गुजरात यूनिवर्सिटी (Gujarat University) की तरफ से SG तुषार मेहता ने कहा कि समन का आदेश बिल्कुल सही और सिक्वेंस में है। समन के बाद केजरीवाल ने ट्रायल कोर्ट में अर्जी दाखिल की। उन्होंने कहा कि केजरीवाल की तरफ से प्रक्रिया का गलत इस्तेमाल किया गया है। गुजरात यूनिवर्सिटी के मामले में CM केजरीवाल को राहत न मिलने पर 29 अगस्त की सुनवाई अहम हो गई है।
सुत्रो के अनुसार, हाई कोर्ट से इस बार राहत नहीं मिली तो केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ने की संभावना है। केजरीवाल और संजय सिंह को गुजरात के अहमदाबाद मेट्रोपॉलिटन कोर्ट ने मानहानि केस में समन जारी किया था। इन दोनों नेताओं ने कोर्ट में दलील देकर व्यक्तिगत पेशी से कुछ समय के लिए छुट ले लिए थे। मेट्रोपॉलिटन कोर्ट में गुजरात यूनिवर्सिटी ने पिछली सुनवाई में वारंट जारी करने की मांग किया था। इसलिए कोर्ट ने अब 31 अगस्त की तारीख सुनवाई के लिए तय किया है। इस केस में केजरीवाल के छोड़कर आम आदमी पार्टी के एक और नेता संजय सिंह पर भी आरोप है।