Tuesday, July 9, 2024
Homeबड़ी खबर21वीं सदी का यह समय पूरी दुनिया को नई दिशा देने वाला...

India News (इंडिया न्यूज) : आखिरकार वो दिन और लम्हा आ गया है। जब भारत, G20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है। आज यानी शनिवार को सम्मलेन के पहले दिन दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के दिग्गज नेता एक साथ बैठे और वैश्विक मसलों पर मंथन किया। बता दें, G -20 के पहले सत्र में पीएम मोदी ने शिखर सम्मलेन का उद्घाटन किया और सभी देशों के प्रमुखों का स्वागत किया। पीएम मोदी ने अपने सम्बोधन में कहा कि 21वीं सदी का यह समय पूरी दुनिया को नई दिशा देने वाला है। दुनिया हमसे नए समाधान मांग रही हैं। इसलिए हमें अपने हर दायित्व को निभाते हुए आगे बढ़ना है।

हमें अपने हर दायित्व को निभाते हुए आगे बढ़ना है ; पीएम मोदी

बता दें पीएम मोदी ने सबसे पहले मोरक्को में भूकंप की घटना पर दुख जताया और मदद का भरोसा दिलाया । इसके आगे पीएम ने जी-20 की अध्यक्षता के तौर पर सभी देशों का स्वागत किया। उन्होंने कहा, आज हम जिस स्थान पर एकत्रित हैं, यहां कुछ किमी दूर ढाई हजार साल पुराना स्तंभ लगा है। इस पर प्राकृतिक भाषा में लिखा है कि मानवता का कल्याण सदैव सुनिश्चित किया जाए। प्रधानमंत्री ने कहा ढाई हजार साल पहले भारत की धरती ने ये संदेश पूरी दुनिया को दिया था। आगे उन्होंने यह भी कहा कि 21वीं सदी का यह समय पूरी दुनिया को नई दिशा देने वाला है। दुनिया हमसे नए समाधान मांग रहे हैं. इसलिए हमें अपने हर दायित्व को निभाते हुए आगे बढ़ना है।

सबका साथ, सबका विकास’ का दिया मन्त्र

इसके आगे पीएम मोदी ने विश्व में ‘विश्वास का संकट’ बताकर ‘सबका साथ, सबका विकास’ वाला मंत्र दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ये वो समय है, जब वर्षों पुरानी चुनौतियां हमसे नए समाधान मांग रही हैं। इसलिए हमें मानव शांति दृष्टिकोण के साथ अपने हर दायित्व को निभाते हुए आगे बढ़ना है। कोरोना संकट का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा ‘कोरोना के बाद विश्व में एक बहुत बड़ा संकट विश्वास के अभाव का आया है। वहीँ रूस और यूक्रेन संकर पर कहा कि युद्ध ने इस विश्वास के संकट को और गहरा किया है। पीएम ने आहे यह भी कहा कि जब हम कोविड को हरा सकते हैं तो हम आपसी विश्वास पर आए इस संकट पर भी विजय प्राप्त कर सकते हैं। आज जी-20 के प्रेसिडेंट के तौर पर भारत पूरी दुनिया का आह्वान करता है कि हम मिलकर सबसे पहले वैश्विक तौर पर इस संकट को एक विश्वास और भरोसे में बदलें। यह हम सभी के साथ मिलकर चलने का समय है। इसलिए सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास का मंत्र हम सभी के लिए एक पथ पथप्रर्दशक बन सकता है।

also read ; 55 देशों का संगठन अफ्रीकन यूनियन भी बना जी-20 का सदस्य

SHARE
- Advertisement -
RELATED ARTICLES

Most Popular