India News(इंडिया न्यूज़)Winter Action Plan Announcement: दिल्ली में 7 अक्टूबर से 7 नवंबर तक एंटी डस्ट कैंपेन अभियान चलाया जाएगा। गुरुवार को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि इस अभियान के तहत 13 विभागों की 591 टीमों को पूरी दिल्ली में निगरानी के लिए तैनात किया गया है। दिल्ली में धूल प्रदूषण को रोकने के लिए 82 मैकेनिकल रोड स्वीपिंग (एमआरएस) मशीनें, 530 वॉटर स्प्रिंकलर और 258 मोबाइल एंटी-स्मॉग गन तैनात की जा रही हैं।
गोपाल राय ने कहा कि अब धूल प्रदूषण को लेकर नए नियमों के आधार पर 5 हजार वर्ग मीटर या इससे अधिक क्षेत्रफल वाले निर्माण स्थलों पर एंटी स्मॉग गन लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। नए नियमों के मुताबिक 5 हजार से 10 हजार वर्ग मीटर की कंस्ट्रक्शन साइट पर एक एंटी स्मॉग गन लगानी होगी। 10 हजार से 15 हजार वर्ग मीटर की निर्माण साइटों पर 2 एंटी स्मॉग गन अनिवार्य हैं। 15 हजार से 20 हजार वर्ग मीटर के निर्माण स्थलों पर 3 एंटी स्मॉग गन और 20 हजार वर्ग मीटर से ऊपर के निर्माण स्थलों पर कम से कम 4 एंटी स्मॉग गन लगाना अनिवार्य है।
धूल विरोधी अभियान को लेकर गोपाल राय ने सभी संबंधित विभागों के साथ संयुक्त बैठक की। राय ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा उठाए गए सख्त कदमों से वायु प्रदूषण में लगातार सुधार हो रहा है। पिछले 8 सालों में दिल्ली के वायु प्रदूषण में 30 फीसदी की कमी आई है। सर्दी के मौसम में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए 15 फोकस बिंदुओं पर आधारित विंटर एक्शन प्लान की घोषणा 29 सितंबर को सीएम अरविंद केजरीवाल ने की थी।
धूल विरोधी अभियान के लिए तैनात टीमें दिल्ली में धूल प्रदूषण की घटनाओं की निगरानी और रोकथाम के लिए 24 घंटे काम करेंगी। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि निर्माण स्थलों से उत्पन्न धूल प्रदूषण लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक साबित होता है। इस दिशा में काम करने के लिए कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन पोर्टल लॉन्च किया गया। इस पोर्टल पर 500 वर्ग मीटर से अधिक की सभी साइटों का स्व-पंजीकरण अनिवार्य है।
केजरीवाल ने दावा किया कि पिछले कुछ सालों में दिल्ली में प्रदूषण का स्तर करीब 30 फीसदी कम हुआ है। उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं कहूंगा कि आज की स्थिति आदर्श है, लेकिन प्रदूषण में यह कमी बताती है कि हम जिस रास्ते पर हैं वह सही रास्ता है। उन्होंने पराली जलाने की समस्या के समाधान के लिए पंजाब सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की भी जानकारी दी और उम्मीद जताई कि पराली जलाने के मामलों में कमी आएगी। सीएम ने कहा कि पिछले साल मार्च में पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी और हमें सिर्फ 6-7 महीने का समय मिला था. इसके बावजूद पराली जलाने की घटनाओं में 30 फीसदी की कमी आई है।