India News(इंडिया न्यूज़), Bhagwan Shiv Ji: अगर आप भोले बाबा के भक्त हैं और उनकी पूरे विधि-विधान से पूजा करते हैं तो इस विधि को अपनी पूजा में शामिल करें। भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है। वह भक्तों पर आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं। उन्हें प्रसन्न करने के लिए एक लोटा पानी और बेल के पत्ते भी काफी हैं। लेकिन विशेष विधि-विधान से शिव की पूजा करने से उनकी असीम कृपा प्राप्त की जा सकती है। शिव पूजा के बाद ताली बजाने के नियम का महत्व बताया गया है। आइए जानते हैं शिव की पूजा के बाद तीन बार ताली बजाने से क्या होता है।
भोलेनाथ की पूजा में बेलपत्र और भांग धतूरे का महत्व है। पूजा के बाद भक्त तीन बार ताली बजाते हैं। पहली ताली भगवान की उपस्थिति दर्शाने के लिए बजाई जाती है। दूसरी ताली का अर्थ यह है कि हम भगवान से कुछ मांगे या न मांगें, हमारे घर का भंडार हमेशा भरा रहना चाहिए और तीसरी ताली से भगवान शिव से भक्त को अपने चरणों में जगह देने का अनुरोध किया जाता है।
ऐसा माना जाता है कि लंका के शासक रावण ने भोलेनाथ की पूजा करके तीन बार ताली बजाई थी, जिसके फलस्वरूप उसे लंका का राज प्राप्त हुआ। जब भगवान राम को लंका जाने के लिए समुद्र पर पुल बनाना पड़ा तो उन्होंने शिव की पूजा करके तीन बार ताली बजाई। उनका काम सफलतापूर्वक पूरा हो गया। तो अगर आप भी भोलेनाथ के भक्त हैं और पूरे विधि-विधान से उनकी पूजा करते हैं तो इस विधि को अपनी पूजा में शामिल करें। कहा जाता है कि ऐसा करने से भगवान की असीम कृपा मिलती है।
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