India News(इंडिया न्यूज़), Budget 2024: पिछले साल सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 45 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट पेश किया था। अगर इसकी तुलना मालदीव से करें तो ये बजट कई करोड़ ज्यादा है। मालदीव एक द्वीप और भारत का पड़ोसी देश है। भारत कई मौकों पर मालदीव की मदद करता रहा है। भारत के बजट में मालदीव और भूटान जैसे एशियाई देश भी शामिल हैं। हालांकि, हाल ही में मालदीव की मोहम्मद मुइज्जू सरकार के तीन मंत्रियों की भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर की गई टिप्पणियों के बाद दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी।
केंद्र सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पेश किया गया बजट 45,03,097 करोड़ रुपये यानी 549.14 अरब डॉलर का था। इसमें से 35,02,136 करोड़ रुपये के राजस्व व्यय का अनुमान लगाया गया था। मालदीव की बात करें तो साल की शुरुआत में 3 जनवरी को मोहम्मद मुइज्जू सरकार ने 2024 का बजट पेश किया था। मालदीव का कुल बजट 3.2 बिलियन डॉलर है। भारत का बजट मालदीव से कई अरब डॉलर ज्यादा है। यह रकम कई दशकों तक मालदीव के काम आ सकती है।
2023-24 के बजट में भारत ने छोटे एशियाई देशों को भी बजट में शामिल किया था, जिसमें मालदीव, नेपाल, श्रीलंका और भूटान शामिल हैं। सरकार ने मालदीव के लिए विदेशों के लिए आवंटित कुल राशि का 6.8 प्रतिशत आवंटित किया था, जो 2022 की तुलना में 0.1 प्रतिशत की वृद्धि है। प्राकृतिक आपदाओं, सांस्कृतिक और विरासत परियोजनाओं में राहत के लिए मालदीव के लिए 400 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई थी। यह रकम मालदीव के कुल बजट का 1.5 फीसदी है। साल 2018 के बाद मालदीव के लिए आवंटित राशि में करीब 300 करोड़ रुपये का अंतर देखा गया है। 2018 में यह रकम 109 करोड़ रुपये थी, जो 2023 में 400 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगी। भारत ने साल 2022 में मालदीव को 100 मिलियन डॉलर की आर्थिक मदद भी दी है। उस वक्त मालदीव आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा था।
बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार ने जून 2023 में 71 अरब डॉलर का बजट पेश किया था। वहीं, पिछले साल जून में पाकिस्तान सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 50.45 अरब डॉलर का आवंटन किया था। भारत की तुलना में दोनों देशों का बजट कई सौ अरब डॉलर कम है।