India News(इंडिया न्यूज़), Cricket: साल 2023 अपने आखिरी पड़ाव पर है और टीम इंडिया इस साल का अपना आखिरी वनडे मैच खेल चुकी है। अब भारतीय टीम इस साल सिर्फ टेस्ट मैच खेलेगी और अगले साल अफगानिस्तान के साथ टी20 सीरीज से सीमित ओवर क्रिकेट की शुरुआत करेगी। इस साल भारतीय क्रिकेट टीम ने शानदार खेल दिखाया और दो मौकों पर आईसीसी ट्रॉफी जीतने के करीब पहुंची, लेकिन दोनों ही बार भारत को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा।
रिंकू ने आखिरी ओवर में लगातार पांच छक्के लगाकर अपनी टीम को आईपीएल में जीत दिलाई। इससे वह पूरी दुनिया में मशहूर हो गए। इसके बाद उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया गया और रिंकू ने यहां भी निराश नहीं किया। उन्होंने देश के लिए निचले क्रम में कई बेहतरीन पारियां खेली हैं और टी20 के बाद वनडे टीम में भी डेब्यू किया है। आने वाले समय में वह धोनी की जगह भरोसेमंद फिनिशर हो सकते हैं।
विराट कोहली लंबे समय से देश की सेवा कर रहे हैं और लगातार अपने बल्ले से शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से हैं। क्रिकेट जगत में उनके नाम कई रिकॉर्ड हैं और हर साल की तरह इस बार भी उन्होंने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। कोहली ने वनडे क्रिकेट में अपना 50वां शतक लगाया और ऐसा करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बने। वनडे वर्ल्ड कप में उन्होंने 765 रन बनाए और एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन बनाने का सचिन का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
मोहम्मद शमी लंबे समय से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ रहे हैं और मौजूदा समय के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में गिने जाते हैं। हालांकि इस साल वनडे वर्ल्ड कप में उन्होंने जो किया उसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा। शुरुआत में वह भारतीय टीम का हिस्सा नहीं थे, लेकिन बाद में जब उन्हें मौका मिला तो उन्होंने लगातार विकेट लिए और टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 24 विकेट लिए। भारत को फाइनल तक पहुंचाने में उनका अहम योगदान रहा।
रोहित शर्मा ने इस साल कोई बड़ा रिकॉर्ड तो नहीं बनाया, लेकिन अपनी कप्तानी से उन्होंने एक अलग छाप छोड़ी। रोहित ने वनडे वर्ल्ड कप से पहले आक्रामक खेल की बात की और इसकी शुरुआत अपनी बल्लेबाजी से की। पूरे वर्ल्ड कप के दौरान उन्होंने पावरप्ले में आक्रामक बल्लेबाजी कर टीम को शानदार शुरुआत दी। भले ही वह अपनी कप्तानी में भारत को वर्ल्ड कप नहीं जिता पाए, लेकिन उनकी कप्तानी में भारत ने इतना दमदार प्रदर्शन किया, जो 1987 और 2011 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीमें भी नहीं कर पाईं।
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