India News(इंडिया न्यूज़), Diwali 2023: दिवाली का त्योहार पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। हर घर में दीपक जलाए जाते हैं। इस दिन भगवान राम रावण पर विजय प्राप्त कर सीता माता और लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या लौटे थे। राम जी के आगमन की खुशी में अयोध्यावासियों ने उनका स्वागत किया और पूरी अयोध्या में घी के दीपक जलाये गये। दिवाली पर रात के समय धन की देवी लक्ष्मी जी और श्री गणेश जी की पूजा की जाती है। दिवाली मनाने के लिए हम पटाखे जलाते हैं लेकिन इससे हमारे आसपास के पर्यावरण को काफी नुकसान होता है। इसलिए हमें इको फ्रेंडली दिवाली मनानी चाहिए।
दिवाली की रात लोग पटाखे फोड़ते हैं और आनंद लेते हैं, लेकिन पटाखों के कारण प्रदूषण बढ़ता है जिससे आसपास के वातावरण को काफी नुकसान होता है।
दिवाली पर उपहार देने की परंपरा है इसलिए आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उपहार पैक करते समय पॉलीथिन का नहीं बल्कि कागज का इस्तेमाल करें।
दिवाली पर अपना उपहार सोच-समझकर चुनें। अगर आप किसी को उपहार देना चाहते हैं तो सूखे मेवे, पौधे या मिट्टी से बनी चीजें उपहार में दे सकते हैं।
दिवाली रोशनी का त्योहार है। इस दिन अपने घर को मोमबत्तियों से नहीं बल्कि दीयों से सजाएं। आजकल लोग दिवाली के दिन अपने घरों को मोमबत्तियों से सजाते हैं। लेकिन मोमबत्तियाँ पर्यावरण को बहुत नुकसान पहुंचाती हैं।
घर में रंगोली बनाने के लिए केमिकल वाले रंगों का प्रयोग न करें। इस बार दिवाली पर घर में बने रंगों से बनाएं रंगोली। आप सफेद रंग के लिए चावल का पाउडर, पीले रंग के लिए हल्दी पाउडर, लाल और नारंगी रंग के लिए कुमकम का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि रंगोली सिर्फ रंगों से ही बनाई जाए। दिवाली पर आप अलग-अलग तरह के फूल-पत्तियों से भी रंगोली बना सकते हैं।
दिवाली से पहले सफाई के दौरान काफी कूड़ा निकलता है। इसके अलावा दिवाली पर घर पर ढेर सारे गिफ्ट और मिठाइयां भी आती हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप इधर-उधर कूड़ा न फेंकें।
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