India News(इंडिया न्यूज़), Falgun Amavasya 2024: अमावस्या तिथि पितृ कार्यों के लिए बहुत शुभ मानी जाती है। अमावस्या तिथि तंत्र-मंत्र साधना के लिए भी विशेष फलदायी मानी जाती है। इस दिन व्यक्ति को कई प्रकार की साधना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। पितरों को प्रसन्न करने और पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए फाल्गुन अमावस्या बहुत महत्वपूर्ण है। साथ ही इस अवसर पर पवित्र नदियों में स्नान, ध्यान और दान करने की भी परंपरा है। मान्यता है कि ऐसा करने से पूर्वज प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
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फाल्गुन अमावस्या शुभ मुहूर्त
फाल्गुन अमावस्या 10 मार्च को दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में फाल्गुन अमावस्या आज ही मनाई जाएगी। अमावस्या समाप्त होने से पहले आप स्नान, दान आदि कर सकते हैं। फाल्गुन अमावस्या पर अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:08 बजे से दोपहर 1:55 बजे तक रहेगा। फाल्गुन अमावस्या सबसे अच्छा समय सुबह 11:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे के बीच है।
इन चीजों का करें दान
- फाल्गुन अमावस्या के दिन गेहूं, चावल, तांबा और गुड़ का दान करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इन चीजों का दान करने से व्यक्ति को अपने पितरों के साथ-साथ सूर्य देव का भी आशीर्वाद मिलता है।
- इसके अलावा इस दिन आप धन, आंवला, दूध, घी, दही सहित विशेष चीजें दान कर सकते हैं। मान्यता है कि इन चीजों का दान करने से आर्थिक संकट से मुक्ति मिलती है।
- इस दिन दान का विशेष महत्व है इसलिए अपने पितरों के नाम पर अनाज, वस्त्र, तिल, कंबल, बिस्तर, तेल आदि का दान करें। ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है।
- फाल्गुन अमावस्या के दिन आप किसी गौशाला में गायों के लिए हरा चारा या चारे के लिए धन का दान कर सकते हैं। चूंकि यह अमावस्या रविवार को है इसलिए इस दिन सूर्य की वस्तुओं का दान करने से पुण्य लाभ मिलेगा और ग्रह दोष भी दूर हो सकते हैं।
फाल्गुन अमावस्या के दिन करें ये काम
- ऐसा कहा जाता है कि यदि आप प्रत्येक अमावस्या को अपने पितरों का तर्पण नहीं कर पाते हैं तो फाल्गुन अमावस्या के दिन श्राद्ध कर्म करने से आपको सभी अमावस्याओं के श्राद्ध कर्म के बराबर फल मिल सकता है। इसलिए फाल्गुन अमावस्या तिथि को बहुत शुभ माना जाता है। इस दिन पिंडदान और तर्पण करना चाहिए। इससे पितर प्रसन्न होते हैं और अपने वंशजों पर अपना आशीर्वाद बनाए रखते हैं।
- फाल्गुन मास की अमावस्या भी कालसर्प दोष निवारण के लिए बहुत उत्तम मानी जाती है। इस दिन चांदी से बने सांप के जोड़े को बहते जल में प्रवाहित करना चाहिए। इससे कालसर्प दोष दूर हो जाता है।
- फाल्गुन अमावस्या की रात को 5 फूल और 5 दीपक किसी बहती नदी में प्रवाहित करें। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से धन लाभ होता है और घर से आर्थिक परेशानियां भी दूर हो जाती हैं। साथ ही व्यक्ति के लिए सफलता के रास्ते खुल जाते हैं।
- फाल्गुन अमावस्या के दिन ब्राह्मणों और जरूरतमंदों को भोजन कराएं।
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