India News(इंडिया न्यूज़), Ganesh Ji: हिंदू धर्म में जब कोई भी शुभ कार्य किया जाता है तो सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा या प्रार्थना की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी भी शुभ काम को करने से पहले भगवान गणेश का आशीर्वाद ले लिया जाए तो काम में कोई बाधा नहीं आती है। भगवान गणेश जीवन में कई महत्वपूर्ण सीख देते हैं।
पौराणिक कथा के अनुसार, सभी देवता भगवान शिव के पास गए और उनसे पूछा कि आप बताएं कि सभी देवताओं में से किस देवता की पूजा सबसे पहले की जानी चाहिए। भगवान शिव ने सभी देवताओं से कहा कि जो पूरे ब्रह्मांड की परिक्रमा सबसे पहले करेगा, उसकी ही दुनिया में सबसे पहले पूजा होगी। उस समय गणेश जी ने अन्य सभी देवताओं की तरह ब्रह्मांड की परिक्रमा करने के बजाय भगवान शिव और माता पार्वती की सात बार परिक्रमा की। मैंने उनके सामने अपने होंठ मोड़े और उनका आशीर्वाद लिया। भगवान शिव ने गणेश को विजयी घोषित किया और उन्हें प्रथम पूजनीय देवता होने का वरदान दिया। इस प्रकार भगवान गणेश प्रथम पूज्य देवता बन गये।
गणपति जी माता-पिता को सर्वश्रेष्ठ मानते हैं। उनसे हमें यह सीख मिलती है कि जब इंसान अकेला होता है तो वह छोटी-छोटी चुनौतियों से भी डर जाता है, लेकिन जब परिवार साथ हो तो वह बड़े से बड़े संकट का भी सामना कर सकता है। गणपति सिखाते हैं कि एकता में ही शक्ति है। गणेश जी अपना हर काम ईमानदारी और पूरी लगन से पूरा करते थे। एक समय की बात है, भोलेनाथ को पूर्णिमा के दिन एक यज्ञ का आयोजन करना पड़ा। सभी देवी-देवताओं और ऋषि-मुनियों को आमंत्रित किया जाना था। लेकिन यज्ञ के लिए समय कम था इसलिए उन्होंने यह कार्य गणपति जी को सौंपा। गणपति जी ने एक ही दिन में तीनों लोकों के देवताओं को आमंत्रित किया।
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