India News(इंडिया न्यूज़), Glenn Maxwell: भारत में हो रहे आईसीसी विश्व कप के दौरान दर्शकों के मनोरंजन के लिए स्टेडियम में ड्रिंक ब्रेक के दौरान लाइट शो का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल इससे खुश नहीं हैं। बुधवार को यहां नीदरलैंड्स के खिलाफ रिकॉर्ड शतकीय पारी खेलने के बाद मैक्सवेल ने कहा कि यह दर्शकों के लिए अच्छा है, लेकिन खिलाड़ियों के लिए भयानक है।
उन्होंने कहा, ”मैंने इस तरह की बिग बैश लीग का अनुभव किया है। उसी दौरान पर्थ स्टेडियम में लाइटें गुल हो गई। अंधेरा होने के बाद जब लाइट शो के लिए दोबारा लाइटें जलती हैं तो ऐसा महसूस होता है मानो आंखें चौंधिया रही हों और सिरदर्द हो रहा हो। लाइट शो के बाद आंखों को एडजस्ट होने में कुछ समय लगता है। मुझे लगता है कि क्रिकेटरों के लिए यह सबसे बेवकूफी भरा विचार है।’ पर्थ स्टेडियम में लाइटें बंद हो गईं और मैं बल्लेबाजी करते समय दूसरे छोर पर था और मुझे फिर से तैयार होने में काफी समय लगा। ऐसे में मैं बस अपनी आंखों को जितना हो सके छिपाने की कोशिश करती हूं और इसे नजरअंदाज करने की कोशिश करती हूं। यह एक भयानक विचार है। यह प्रशंसकों के लिए अच्छा है लेकिन खिलाड़ियों के लिए भयानक है।”
मैक्सवेल के अलावा भी कई लोगों का मानना है कि ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान लेजर शो से बल्लेबाजों की एकाग्रता भंग होती है। इससे उसके बाहर निकलने की संभावना बढ़ जाती है। वर्ल्ड कप मैचों की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए बीसीसीआई हर मैच में ब्रेक के दौरान लेजर शो का आयोजन कर रहा है।
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