India News(इंडिया न्यूज़), Govardhan Puja 2023: गोवर्धन पूजा के दिन भगवान गोवर्धन और श्री कृष्ण की पूजा करने से जीवन में आने वाली परेशानियां दूर हो जाती हैं। घर में देवी लक्ष्मी का वास स्थापित होता है। गोवर्धन भगवान की कृपा प्राप्त होती है। घर में उन्नति होती है, सुख-समृद्धि आती है, घर में सकारात्मकता फैलने लगती है, आर्थिक स्थिति मजबूत हो जाती है, गरीबी और कर्ज जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं, सौभाग्य बढ़ता है, घर धन-धान्य से भरा रहता है। अगर आप गोवर्धन पूजा के दिन छुट्टी पर हैं तो इस दिन का अपने परिवार के साथ श्री कृष्ण की नगरी के दर्शन करे।
भगवान श्री कृष्ण ने कहा कि वर्षा करना इन्द्र देव का कर्तव्य है। उनके स्थान पर गोवर्धन की पूजा करनी चाहिए क्योंकि गोवर्धन पर गाये चरने जाती हैं और उनका पेट भरता है। फिर वह हमें दूध देती है। भगवान कृष्ण के सुझाव पर लोगों ने इंद्र देव की बजाय गोवर्धन की पूजा की। इससे क्रोधित होकर भगवान इंद्र ने भारी वर्षा शुरू कर दी, जिससे चारों ओर अफरा-तफरी मच गई। तब भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठा लिया, जिसके नीचे लोगों ने शरण ली। इससे इन्द्र का अभिमान चूर हो गया। इंद्र देव ने भगवान कृष्ण से अपनी गलती के लिए माफी मांगी। उसी दिन से गोवर्धन पूजा होने लगी।
हर साल गोवर्धन पूजा के अवसर पर लोग मथुरा-बरसाना पहुंचते हैं और गोवर्धन पर्वत की पूजा करते हैं और श्रीकृष्ण को भोग लगाते हैं। इस दिन गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा का भी विशेष महत्व है। कहा जाता है कि गोवर्धन पूजा के दिन गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
दिल्ली से मथुरा तक का सफर सिर्फ ढाई से तीन घंटे का है।
गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करने के साथ-साथ अन्य मंदिरों के दर्शन भी कर सकते हैं। मुकुट मुखारविंद मंदिर, दानघाटी मंदिर और जतीपुरा का मुखारबिंद मंदिर हैं।
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