India News(इंडिया न्यूज़), Hanuman Ji Gada: सप्ताह के 7 दिनों में मंगलवार का दिन राम भक्त हनुमान जी को समर्पित है। कहा जाता है कि चिरंजीवी बजरंगबली बहुत शक्तिशाली देवता माने जाते हैं। उनकी शक्तियों की तुलना किसी से नहीं की जा सकती। इसीलिए उन्हें अतुलितबलधांम कहा गया है।
हनुमान जी की पूजा करने वालों की बजरंगबली स्वयं हर संकट से रक्षा करते हैं। हनुमान जी के पास कई दिव्य अस्त्र-शस्त्र हैं, जिनमें गदा सबसे पहले आती है। गदा कैसे बनी हनुमानजी का हथियार, गदा कितनी शक्तिशाली है, गदा की विशेषता क्या है। आज हम आपको बताएंगे।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, बचपन में जब हनुमान जी ने सूर्य को फल समझकर खाने की कोशिश की तो पूरी दुनिया में अंधेरा छा गया। उस समय सभी देवताओं को बजरंगबली की शक्ति का ज्ञान हो गया। अंततः सभी देवी-देवताओं ने बजरंगबली को दिव्य अस्त्र-शस्त्र प्रदान किए। कुबेर देव ने हनुमानजी को गदा दी थी।
धन के राजा कुबेर ने हनुमान जी को गदा देते समय यह वरदान दिया था कि जब भी तुम इस गदा को हाथ में लेकर युद्ध करोगे तो कभी पराजित नहीं होगे। हनुमानजी की सोने से बनी गदा बहुत बड़ी और अत्यधिक भारी थी। हनुमान जी की गदा का नाम कौमोदकी है। हनुमान जी ने अपनी गदा के एक ही वार से रावण के रथ को नष्ट कर दिया और कई राक्षसों को भी मार डाला।
हनुमान जी को ‘वामहास्तगद्ययुक्तम्’ कहा जाता है। क्योंकि बजरंगबली अपने बाएं हाथ में गदा धारण करते हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, धर्म की रक्षा के लिए हनुमान जी को अमरता का वरदान प्राप्त था। जानकारों के अनुसार एक बार श्रीलंका में खुदाई के दौरान एक गदा मिली थी, जो पूरी तरह से सोने की बनी थी। माना जाता है कि गदा का वजन 1000 किलोग्राम से ज्यादा है।
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