India News(इंडिया न्यूज़), Hanuman Mandir: संस्कारधानी जाबांज के लोगों के मन में बजरंगबली की प्रतियों के प्रति आस्था और विश्वास की धारा प्रवाहित होती रहती है और प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को जाबांज के युवा और वृद्ध सभी देवता हनुमान मंदिर में स्थापित होते हैं। जबलपुर बड़ा फुहारा के पास स्थित यह बड़ा महावीर मंदिर सभी अनुयायियों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। आपको बता दें कि इस विशाल महावीर मंदिर का निर्माण लगभग 300 साल पहले पेशवा राजवंश ने मुगलों पर अपनी जीत के बाद कराया था।
इस मंदिर में वीर बजरंगी की मोहिनी प्रतिमा स्थापित है। जिसमें हनुमान जी गदा नहीं रखते हैं और हाथों में कमल का फूल रखते हैं। इस मंदिर के आसपास सभी शिष्यों को पूजा की हर सामग्री आसानी से उपलब्ध हो जाती है। बड़े महावीर मंदिर के पुजारी आशीष पुजारी जी के शिष्यों ने बड़े महावीर मंदिर में हनुमान जी की मोहिनी प्रतिमा स्थापित की है.
जिसमें बजरंगबली के कंकाल पर लाली लगाई जाती है, आंखों में काजल लगाया जाता है और हाथों में गदा की जगह कमल का फूल पहना जाता है। पेशवा द्वारा स्थापित इस मंदिर पर बजरंगबली की विशेष कृपा है और वह सभी भक्तों के मंत्रों का पूरी तरह से पालन करते हैं। तब से इस मंदिर में पूरे सप्ताह भक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है। पुजारी ने बताया कि वह और उनके पूर्वज पिछले 6 दिनों से जाबांज के इस बड़े महावीर मंदिर में सेवा कर रहे हैं और दर्शन के लिए आने वाले लोगों की साफ-सफाई, सजावट आदि पर पूरा ध्यान दिया जाता है. ईश्वर। जिससे हमें एक अच्छा एवं स्वच्छ वातावरण मिल सके।
हनुमान जी को भगवान शिव का रूप भी माना जाता है, इसलिए हर कृष्ण और सावन माह की पूर्णिमा को रुद्राभिषेक किया जाता है और हर त्योहार और शुभ अवसर पर श्री बजरंगबली की इस मोहिनी मूर्ति का अलग-अलग तरह से श्रृंगार किया जाता है। जिसमें हर मंगलवार को हनुमान जी को गुलाल शृंगार, तुलसी शृंगार, चांदी फैक्ट्री शृंगार और मोर पंखों से सजाया जाता है।