India News(इंडिया न्यूज़), Karkatshringi benefits: काकड़ सिंगी एक पौधा है जो सर्दियों में प्रकृति का वरदान है। काकड़ सिंगी सर्दियों में कई बीमारियों के लिए रामबाण इलाज है। काकड़ सिंगी को कई नामों से जाना जाता है। इसे काकड़ श्रृंगी, कक्कड़ सिंघी, काकड़सिंगी, काकरा, काकराशिंगी, कंदश्रृंगी, जैसे नामों से जाना जाता है। कक्कड़ सिंगी सर्दी, खांसी, बुखार, सांस की समस्या, हिचकी, भूख न लगना, उल्टी, दस्त, खून की उल्टी, बाल रोग, रक्त दोष, कृमि आदि समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। कक्कड़ सिंगी पर किए गए शोध के अनुसार इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें पाया गया। काकड़ सिंगी में एसिड, कैरोटीन, निकोटीन एसिड, ग्लूटामाइन, ल्यूटोलिन, पाइपकोलिक, मोमोर्डिन जैसे यौगिक पाए जाते हैं। इसके साथ ही कक्कड़ सिंगी पुरुषों में प्रजनन क्षमता को भी बढ़ाता है।
कर्कट श्रंगी सर्दी के मौसम में सर्दी-जुकाम के लिए रामबाण इलाज है। काकड़ सिंघी की जड़ का चूर्ण बनाकर सेवन किया जाता है। काकड़ सिंघी का सेवन सर्दी-खांसी में दवा की तरह काम करता है। जिन लोगों को सर्दी-खांसी नहीं है वे भी चाय के साथ सीमित मात्रा में इसका सेवन कर सकते हैं।
सांस संबंधी समस्याओं में काकड़ सिंघी का कोई जवाब नहीं। यह श्वसन मार्ग में मौजूद बलगम को पतला कर देता है जिससे हवा के मार्ग में कोई परेशानी नहीं होती है। काकड़ सिंगी गले में हवा के प्रवाह को सुचारू करती है, जिससे कई तरह की सांस संबंधी समस्याएं खत्म हो सकती हैं।
कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता के कारण कई तरह के संक्रमण होते हैं। काकड़ सिंघी रोग प्रतिरोधक क्षमता को तेजी से बढ़ाती है। यह शरीर के लिए एक समग्र प्रतिरक्षा बूस्टर है। इससे वायरल इंफेक्शन का खतरा काफी कम हो जाता है। साइनस और एलर्जी की समस्या भी कम हो जाती है।
साइंस डायरेक्ट में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, काकड़ सिंगी की छाल में बायोएक्टिव एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो स्पर्म काउंट बढ़ाने में मदद करते हैं। इसके साथ ही यह पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को बढ़ाता है, जिससे प्रजनन क्षमता बढ़ती है।
कर्कटश्रृंगी की पत्तियों की मदद से त्वचा संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। इसकी पत्तियों से लोशन बनाकर लगाने से त्वचा संक्रमण का खतरा नहीं रहता है। यह त्वचा को हानिकारक बैक्टीरिया से बचाता है।
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