India News(इंडिया न्यूज़), New Virus in China: चीन में फैल रही रहस्यमयी बीमारी ने एक बार फिर भारत समेत पूरी दुनिया को अलर्ट मोड में ला दिया है। चीन में अचानक बढ़ी सांस की बीमारियों को देखकर पूरी दुनिया टेंशन में है। दावा किया जा रहा है कि ये कोरोना से भी खतरनाक महामारी ला सकता है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि चीन में फैल रही इस रहस्यमयी बीमारी का कारण क्या है और क्या यह वाकई कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक है?
इस पर एम्स के डॉक्टर ने कहा कि चीन में सांस की बीमारियां आम वायरस से होती हैं। चीन में सांस संबंधी बीमारियों के बढ़ते मामलों के बीच एम्स यानी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा है कि सर्दियों में वायरल संक्रमण आम बात है और कोविड जैसी दूसरी महामारी की आशंका नहीं है।
एम्स के मातृ एवं शिशु ब्लॉक विभाग के प्रमुख डॉ. एसके काबरा ने कहा की चीन से आ रही रिपोर्टों से पता चलता है कि अक्टूबर और नवंबर के बीच श्वसन संक्रमण (सांस संबंधी रोग) में अचानक वृद्धि हुई है और उन्होंने ऐसा महसूस किया है कि यह बच्चों में अधिक है। उन्होंने कोई नया या असामान्य वायरस नहीं देखा है। अभी तक इस बात का कोई संकेत नहीं है कि यह कोई नया वायरस है और यह कहना मुश्किल है कि यह कोविड जैसी महामारी का कारण बन सकता है या नहीं। फिलहाल ऐसी संभावना संभव नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि अगर चीन से आ रही खबरों पर यकीन किया जाए तो सर्दियों के दौरान आम वायरस अक्सर देखे गए हैं।
डॉ. एसके काबरा ने कहा, चीन में नई रहस्यमयी बीमारी को लेकर विशेषज्ञों ने अब तक जो चर्चा की है, उसके मुताबिक 2-3 चीजें हो सकती हैं जिनकी वजह से यह बढ़ी है। सबसे पहले तो सर्दियों में वायरस का संक्रमण अधिक होता है और इनमें मुख्य हैं इन्फ्लूएंजा, एडेनोवायरस और माइकोप्लाज्मा। अभी तक चीन में फैल रहे वायरस की रिपोर्ट में वही वायरस दिख रहे हैं और इसमें कोई नई बात नहीं है। लोग काफी चिंतित हैं क्योंकि अभी कोरोना महामारी गुजरी है और लोगों के मन में डर है कि कहीं ये कोई नया वायरस तो नहीं। डॉ. काबरा ने यह भी कहा कि कोरोना के दौरान चीन में लगाए गए सख्त लॉकडाउन के कारण सांस लेने में दिक्कत हो रही है। बीमारी के मामले बढ़ सकते हैं।
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