India News(इंडिया न्यूज़): बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं को लेकर बेहद बेहूदा बयान दिया है। नीतीश ने विधानसभा में चर्चा के दौरान कहा कि बिहार में महिलाओं की साक्षरता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि लड़की पढ़ी लिखी रहेगी तो जनसंख्या नियंत्रित रहेगी। इसे समझाने के लिए सीएम नीतीश ने कहा था, ‘लड़की पढ़ लेगी अगर, तो जब शादी होगा। तब पुरुष रोज रात में करता है ना। उसी में और (बच्चे) पैदा हो जाता है। लड़की अगर पढ़ लेगी तो उसको भीतर मत …, उसको …. कर दो। इसी में संख्या घट रही है।
बता दें, नीतीश के बयान का उनकी सरकार में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बचाव किया है। उन्होंने कहा है कि वो यौन शिक्षा के बारे में बात कर रहे थे और लोगों को इसकी गलत तरीके से व्याख्या करने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि वो यौन शिक्षा के बारे में बात कर रहे हैं और बता रहे हैं कि बिहार सरकार ने राज्य में जनसंख्या नियंत्रण कैसे किया है।
वहीँ, सीएम नीतीश का ये बयान चर्चा का विषय बन गया है। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं देश के कुछ ऐसे नेताओं के बारे में जिन्होंने महिलाओं पर आपत्तिजनक बयान दिये।
बता दें, भारत में बलात्कार बढ़ने को लेकर RSS प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था, “बलात्कार पाश्चात्य सभ्यता का दुष्प्रभाव है और इसीलिए शहरी इलाकों में ज़्यादा होता है। हमारे गांव जहां राष्ट्रीय भावना प्रबल होती है वहां बलात्कार नहीं होते हैं।”
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए तब के सपा मुलायम सिंह यादव ने बलात्कार विरोधी क़ानून को गलत बताया था। उन्होंने कहा था, “जब लड़के और लड़कियों में कोई विवाद होता है तो लड़की बयान देती है कि लड़के ने मेरा बलात्कार किया। इसके बाद बेचारे लड़के को फांसी की सज़ा सुना दी जाती है। बलात्कार के लिए फांसी की सज़ा गलत है। लड़कों से गलती हो जाती है।
वहीँ, समाज में बढ़ती बलात्कार की घटनाओं पर पूछे गए सवाल पर हरियाणा की एक खाप पंचायत के नेता जितेंद्र छत्तर ने बयान दिया था, “मेरे ख़्याल से फास्ट फूड खाने से बलात्कार की घटनाएं बढ़ती हैं। चाऊमीन खाने से शरीर के हार्मोन में असंतुलन पैदा होता है। इसी वजह से इस तरह के कार्य करने का मन करता है।”
महिलाओं पर विवादित बयान देने के लिस्ट साक्षी महाराज का भी नाम आता है। जिन्होंने मेरठ में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था, ”हिंदुत्व की रक्षा के लिए हर हिंदु महिला को कम से कम चार बच्चे पैदा करने चाहिए।”
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