India News(इंडिया न्यूज़), Orang National Park: 40 साल के लंबे अंतराल के बाद असम के लाओखोवा और बुराचापोरी वन्यजीव अभयारण्यों में गैंडे लौट आए हैं। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह जानकारी दी।
सीएम सरमा ने अपने पोस्ट में कहा, मुझे यह जानकारी साझा करते हुए खुशी हो रही है कि 40 साल बाद गैंडे हमारे प्रतिष्ठित लाओखोवा और बुराचापोरी वन्यजीव अभयारण्य में लौट आए हैं। वे क्षेत्र में हमारे सफल अतिक्रमण विरोधी अभियान के एक साल के भीतर लौट आए हैं।
उन्होंने आगे बताया कि 2023 में अतिक्रमण विरोधी अभियान के माध्यम से कुल 51.7 वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र को पुनः प्राप्त किया गया है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) की निदेशक सोनाली घोष ने कहा कि लाओखोवा-बुराचापोरी वन्यजीवन में दो गैंडे देखे गए हैं। लगभग 40 वर्षों के अंतराल के बाद अभयारण्य।
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— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) January 7, 2024
उन्होंने कहा, नागांव जिले के लाओखोवा-बुराचापोरी जंगल में गैंडों की आबादी 1983 तक लगभग 45-50 थी। उनका अवैध शिकार किया गया और उसके बाद मानवजनित दबाव के कारण घास के मैदानों के क्षेत्र में गिरावट आई। उत्तरी तट (ओरंग नेशनल पार्क) और पूर्वी हिस्से (काजीरंगा) से गैंडे ब्रह्मपुत्र चापोरी क्षेत्रों में प्रवेश करने के लिए जाने जाते थे, लेकिन वे कभी भी लंबे समय तक नहीं रुके।
आपको बता दें कि इस इलाके में अवैध शिकार के कारण गैंडों की आबादी लगभग खत्म हो गई थी। वन विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, इन संरक्षित क्षेत्रों में पिछले कुछ वर्षों में मानव अतिक्रमण भी देखा गया था, जिसे अधिकारियों ने पिछले साल हटा दिया था।
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