India News(इंडिया न्यूज़), Parliament: पोलैंड की संसद भी धू-धू कर जल उठी। यह उस सांसद की हरकत है, जिसने यहूदी त्योहार हनुक्का को शैतानी बताकर संसद में जल रही सभी मोमबत्तियां बुझा दी थीं। सांसद की इस हरकत की दुनिया भर में निंदा हो रही है।
जिस तरह से भारत की संसद में दो युवकों ने घुसकर धुंआधार लाठी लेकर हंगामा मचाया। ऐसा ही एक मामला पोलैंड की संसद में भी सामने आया। जहां एक अकेले सांसद ने संसद को तहस-नहस कर दिया। ये तब हुआ जब संसद में यहूदियों का त्योहार हनुक्का मनाया जा रहा था। कॉन्फ़ेडरेशन पार्टी के सदस्य ग्रेज़गोर्ज़ ब्रॉन ने इन सभी मोमबत्तियों को बुझा दिया, जिसके कारण संसद धुएं से भर गई। अचानक संसद में धुआं भर जाने से अफरा-तफरी मच गई। इसके चलते सोमवार को ही पीएम पद के लिए नामित किए गए पोलिश राजनेता डोनाल्ड टस्क को विश्वास मत हासिल करने में देरी हुई।
उनकी पार्टी ने पोलिश संसद में हनुक्का मोमबत्तियाँ बुझाने वाले सांसद ग्रेज़गोरज़ ब्रौन के कार्यों की भी निंदा की है। वहीं ब्रॉन को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने हनुक्का को शैतानी बताया है।
ग्रेज़गोर्ज़ ब्रौन को पोलैंड के दक्षिणपंथी राजनेताओं में गिना जाता है। हाल ही में उन्होंने नरसंहार में जीवित बचे लोगों और उनके परिवारों को मुआवजे के विरोध में एक मार्च भी निकाला था। यह मुआवज़ा उन लोगों को दिया जाता था जिनकी संपत्ति या तो नष्ट कर दी गई थी या लूट ली गई थी। वह 2019 में ही सांसद बने थे।
पोलैंड में अमेरिकी राजदूत मार्क ब्रेनज़िस्की ने ग्रेज़गोर्ज़ ब्रॉन की हरकतों को अपमानजनक बताया है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई सभी को याद दिलाती है कि हमें सतर्क रहने की जरूरत क्यों है। हमें विरोधी भावनाओं से लड़ना चाहिए। उधर, पोलैंड के प्रमुख रब्बी माइकल ने कहा कि ब्रॉन ने जो मोमबत्तियां बुझा दी थीं, वे फिर से जल उठी हैं।
इसे भी पढ़े: