होम / Ram Mandir: “मंदिर या अस्पताल?” बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्र शेखर ने राम मंदिर पर दिया विवादित बयान

Ram Mandir: “मंदिर या अस्पताल?” बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्र शेखर ने राम मंदिर पर दिया विवादित बयान

• LAST UPDATED : January 8, 2024

India News(इंडिया न्यूज़), Ram Mandir: अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर तैयार हो रहा है। 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस कार्यक्रम को लेकर अयोध्या में काफी तैयारियां चल रही हैं। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देशभर की मशहूर हस्तियों, साधु-संतों को भी निमंत्रण भेजा जा रहा है। लेकिन कुछ नेता इस पर राजनीति करने में लगे हैं। इससे पहले तेजस्वी यादव और अखिलेश यादव भगवान राम और अयोध्या में बन रहे राम मंदिर पर बयान दे चुके हैं। अब बिहार के शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर ने एक विवादित बयान दिया है। बिहार के शिक्षा मंत्री ने रामलला की पवित्रता को लेकर बयान देते हुए कहा कि अगर आप बीमार पड़ जाएं या घायल हो जाएं तो आपको डॉक्टरी सहायता की जरूरत होगी न कि मंदिर जाने की।

बिहार के शिक्षा मंत्री का बयान

चन्द्रशेखर ने रविवार को कहा कि अगर आप घायल हो जायेंगे तो कहां जायेंगे। अस्पताल या मंदिर। यदि आप शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं ताकि आप एक अधिकारी, विधायक या सांसद बन सकें, तो आप स्कूल या मंदिर जाएंगे। उन्होंने लोगों को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें उग्र हिंदुत्व और उग्र राष्ट्रवाद से बचना चाहिए। राजद विधायक फतेह बहादुर सिंह के बयान का समर्थन करते हुए मंत्री ने कहा कि सावित्री बाई फुले ने भी यही कहा था। आपको बता दें कि फतेह बहादुर सिंह राजद के विधायक हैं। हाल ही में उन्होंने एक बयान देते हुए कहा था कि सावित्री बाई फुले ने भी यही कहा था कि क्या शिक्षा जरूरी नहीं है।

राम जन्मभूमि का शोषण किया जा रहा है (Ram Mandir)

बिहार के शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि राम हम सबके भीतर बसते हैं। उन्हें बाहर ढूंढने की जरूरत नहीं है। जो जगह भगवान राम के लिए आवंटित की गई है वहां पर शोषण हो रहा है। समाज के षडयंत्रकारी राम जन्मभूमि का उपयोग अपनी जेबें भरने के लिए कर रहे हैं। आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है कि किसी विपक्षी दल के नेता ने भगवान राम या राम मंदिर निर्माण पर टिप्पणी की हो। इससे पहले बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपने बयान में कहा था कि अगर वह बीमार पड़ेंगे तो अस्पताल या मंदिर जाएंगे। भूख लगे तो मंदिर या अस्पताल जाएं। आपको बता दें कि एनसीपी विधायक जितेंद्र अव्हाण ने भगवान राम के लिए ‘तू तड़ाक’ जैसी भाषा का इस्तेमाल किया था और कहा था कि भगवान राम क्षत्रिय थे। वह मांसाहारी थे।

इसे भी पढ़े:

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox