India News(इंडिया न्यूज़), Saharanpur: प्रचिन काल के मंदिरों में ऐसे कई घटनाएं सामने आती है जो चौका देने वाली होती है। ऐसी घटना पुराने काल के मंदिरों से ज्यादा आती है। अब ऐसी ही एक घटना सहारनपुर में देखने को मिला है। बता दे कि सहारनपुर के एक मंदिर में प्राचीन कुएं की खुदाई की गई जिसके बाद उस जगह से कई प्रचीन काल की चीजें मिली जो चौका देने वाली थी। इस मंदिर का इतिहास 17वीं शताब्दी का है। कुएं में करीब 300 साल पुराना एक शंख भी मिला है, जो काफी भारी है। खास बात यह है कि यह शंख आज भी बज रहा है।
फिलहाल इन सभी को अच्छे से साफ-सुथरा रखा जा रहा है। इस कुएं को और खोदने की तैयारी चल रही है, उम्मीद है कि इसके अंदर से और भी प्राचीन मूर्तियां निकल सकती हैं। मंदिर के कुएं से प्राचीन मूर्तियां निकलने की खबर फैलते ही आसपास के लोग जमा हो गए। मौके पर प्रशासन की टीम भी पहुंची, जिसने मंदिर समिति के पदाधिकारियों से बात की।
दरअसल, कल मंदिर की सफाई चल रही थी। इसी क्रम में प्राचीन कुएं की भी सफाई की जा रही थी। तभी कुछ टूटी हुई मूर्तियां दिखीं, जो काफी पुरानी लग रही थीं। ऐसे में जब सफाई करने वाले लोगों ने कुआं खोदा तो उन्हें और भी मूर्तियां और शिलालेख मिले। इस दौरान करीब 300 साल पुराना एक शंख भी मिला। यह शंख काफी भारी है और फिर भी अच्छी तरह बजता है।
उन्होंने बताया कि मराठा काल के इस मंदिर की भक्तों के बीच काफी मान्यता है। मंदिर की स्थापना के समय धार्मिक शैली और वास्तुकला को ध्यान में रखा गया था और इस मंदिर का निर्माण दक्षिण भारत में बने नागा शैली के मंदिरों की तर्ज पर किया गया था। उस समय उत्तर भारत में मराठा शासन था। इस मंदिर में उस काल में बनाई गई देवी-देवताओं की सुंदर मूर्तियाँ स्थापित हैं। आचार्य ने बताया कि जिले के इस मंदिर में बने कुएं से प्राचीन मूर्तियां निकल रही हैं। जो इस वक्त इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है।
बताया जा रहा है कि यह मंदिर मराठा काल का है, जो करीब सैकड़ों साल पुराना है। माना जा रहा है कि ये मूर्तियां 150 साल से भी ज्यादा पुरानी हैं। हालांकि इन मूर्तियों का इतिहास सर्वे के बाद ही पता चलेगा। इस मंदिर को साल 2020 में खोला गया और नई मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई। कल इस मंदिर में स्थित कुएं की सफाई का काम चल रहा था, जिसमें शिवलिंग, नंदी महाराज, मां पार्वती, हनुमान जी और कार्तिकेय की मूर्तियां मिलीं।