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Shani Dev: शनिवार को क्या करना चाहिए, क्या नहीं, यहां जानिए सभी जरूरी बातें

• LAST UPDATED : February 24, 2024

India News (इंडिया न्यूज़) Shani Dev : शास्त्रों में शनिदेव (Shani Dev) को न्याय का देवता कहा गया है। इनकी पूजा करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। ऐसा कहा जाता है कि जिस पर शनिदेव की कृपा होती है, उसके जीवन में किसी भी चीज की कमी नहीं होती है। लेकिन जिस किसी पर शनि की कुदृष्टि पड़ जाती है उसके बुरे दिन शुरू हो जाते हैं।

मूर्ति पूजा का है विशेष महत्व

हिन्दू धर्म में मूर्ति पूजा का विशेष महत्व है। हर घर में देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित की जाती हैं और उनकी पूजा की जाती है। लोग अपने घरों में शिव-पार्वती, राधा-कृष्ण, गणेशजी, राम-सीता, श्रीहरि विष्णु, लक्ष्मी जी, मां दुर्गा जैसे कई देवी-देवताओं की मूर्ति या चित्र रखकर पूजा करते हैं। लेकिन कुछ देवी-देवता ऐसे भी हैं जिनकी मूर्ति घर में स्थापित करना या उनकी पूजा करना वर्जित है। उन्हीं में से एक हैं शनिदेव।

आपने देखा होगा कि हमारे घर में कई देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। लेकिन शनिदेव की पूजा करने के लिए हम शनि मंदिर जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि शनि देव की पूजा केवल शनि मंदिर में ही की जाती है। शास्त्रों के अनुसार घर में शनिदेव की मूर्ति या तस्वीर रखना वर्जित है। लेकिन क्या आप इसका कारण जानते हैं? अगर नहीं तो आइए जानते हैं।

शनिवार का दिन शनिदेव है

शनिदेव की पूजा करने के लिए लोग शनिवार के दिन शनिदेव के मंदिर जाते हैं। क्योंकि शनिवार का दिन शनिदेव की पूजा के लिए समर्पित है। शनिदेव के भक्त मंदिर जाते हैं, दीपक जलाते हैं और शनिदेव की पूजा करते हैं। घर में शनिदेव की पूजा न करने से जुड़ी एक पौराणिक कथा है। इसके अनुसार शनिदेव को श्राप था कि उनकी नजर जिस पर भी पड़ेगी उसे हानि होगी।

क्या करना चाहिए, क्या नहीं

शनिवार का व्रत रखने वालों पर शनि का प्रभाव कम हो जाता है। साढ़ेसाती और ढाई साल में व्यक्ति को आर्थिक, मानसिक या शारीरिक संकट का सामना नहीं करना पड़ता है। शनिवार का व्रत रखने वालों पर शनि का प्रभाव कम हो जाता है। साढ़ेसाती और ढाई साल में व्यक्ति को आर्थिक, मानसिक या शारीरिक संकट का सामना नहीं करना पड़ता है। शनि पीड़ा से राहत पाने के लिए शनिवार के दिन शनि के मंत्र महामृत्युंजय का जाप करना चाहिए। शनि की पूजा छाया काल में ही करें, वही पूजा-व्रत फलदायी होता है।

शमी का उपाय शनिदेव के निवास स्थान पर किया जाता है। शनिवार के दिन सुबह इस पेड़ की पूजा करना और घर में रखना शुभ माना जाता है। इससे नकारात्मकता दूर होती है और मां लक्ष्मी घर आती हैं। शनिवार के दिन भूलकर भी दाल, मांस, स्ट्रॉबेरी और मसूर की दाल का सेवन न करें, इससे जीवन में कष्ट आते हैं। शनि उन लोगों से नाराज होते हैं जो सफाई कर्मचारियों, बुजुर्गों, भगवान, पशु-पक्षियों का अपमान करते हैं और उन्हें परेशान करते हैं। ऐसे में भूलकर भी न करें ये काम।

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