India News(इंडिया न्यूज़), Surya Dev: हिंदू धर्म में सूर्य देव (Surya Dev) को प्रत्यक्ष देवता के रूप में देखा जाता है। यही कारण है कि हर रविवार को उनकी विशेष पूजा की जाती है। अक्सर आपने लोगों को सूर्य देव को अर्घ्य देते हुए देखा होगा, जिसमें वे हल्दी, कुमकुम, अक्षत, मिश्री और फूल डालते हैं। इन पांच चीजों को अलग-अलग महत्व दिया गया है। आज के लेख में भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा हमें इन पांच चीजों का महत्व बता रहे हैं।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार फूल देवी-देवताओं के सम्मान में चढ़ाए जाते हैं, इसलिए जब भी सूर्य देव को जल चढ़ाएं तो तांबे के कलश में लाल रंग के फूल जरूर डालें। ऐसा करने से सूर्य देव की कृपा आप पर सदैव बनी रहेगी।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चावल सबसे पवित्र अनाज है। जब भी देवी-देवताओं की पूजा की जाती है तो अक्षत को मुख्य रूप से शामिल किया जाता है। ज्योति शास्त्र के अनुसार अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहे तो सूर्य देव को अर्घ्य देते समय उसमें अक्षत जरूर मिलाएं। इस उपाय से आपको लाभ होगा।
ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि सूर्य को मजबूत करने और बेहतर स्वास्थ्य के लिए अर्घ्य देने वाले जल में रोली मिलाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि लाल रंग हमें सूर्य की किरणों से जोड़े रखता है, जिससे हमारे शरीर का रक्त संचार बेहतर होता है। सनातन धर्म में लाल रंग को बहुत शुभ माना जाता था।
हल्दी का उपयोग न सिर्फ खाने में किया जाता है, बल्कि पूजा-पाठ में भी इसका विशेष महत्व बताया गया है। सूर्य देव को जल चढ़ाते समय हल्दी डालने से विवाह में देरी या विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। यही कारण है कि अर्घ्य देते समय जल में हल्दी मिलायी जाती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य देव को अर्घ्य देते समय जल में मिश्री मिलना बहुत विशेष माना जाता है। जल में मिश्री मिलाकर पीने से सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है और कुंडली में कमजोर सूर्य भी मजबूत होता है, जिससे जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और सफलता के रास्ते खुलते हैं।
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