India News(इंडिया न्यूज़), Tamil Nadu: तमिलनाडु में जल्लीकट्टू खेल का आयोजन बड़े पैमाने पर किया जाता है। राज्य में साल का पहला जल्लीकट्टू कार्यक्रम शनिवार को पुदुक्कोट्टई जिले के थाचनकुरिची गांव में शुरू हुआ। इसे देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ती नजर आई। जल्लीकट्टू के इस आयोजन में 500 बैल हिस्सा ले रहे हैं। हालांकि इस गेम को रोकने के लिए कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। याचिका में इस खतरनाक गेम को बंद करने की मांग की गई है। लेकिन कोर्ट ने जल्लीकट्टू खेल पर प्रतिबंध लगाने से इनकार कर दिया था। ‘जल्लीकट्टू’ खेल को ‘एरुथाझुवुथल’ के नाम से भी जाना जाता है। जिसमें बैल को वश में करने का यह खेल तमिलनाडु में पोंगल फसल उत्सव के अवसर पर खेला जाता है।
#WATCH | Tamil Nadu | The first Jallikattu event of the year began at Thachankurichi village in Pudukkottai district this morning. 500 bulls are participating in this event here. pic.twitter.com/OMIj3MJHUr
— ANI (@ANI) January 6, 2024
जल्लीकट्टू जनवरी के मध्य में पोंगल फसल के मौसम के दौरान खेला जाने वाला एक लोकप्रिय खेल है। विजेता का फैसला इस बात से होता है कि एक वश में करने वाला व्यक्ति बैल के कूबड़ पर कितनी देर तक रहता है। यह आमतौर पर तमिलनाडु में मट्टू पोंगल के हिस्से के रूप में प्रचलित है, जो चार दिवसीय फसल उत्सव के तीसरे दिन होता है। तमिल शब्द ‘मट्टू’ का अर्थ बैल है, और पोंगल का तीसरा दिन मवेशियों को समर्पित है, जो खेती में प्रमुख भागीदार हैं।
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