India News(इंडिया न्यूज़),Valentine’s Day : कहते हैं किसी को पाना प्रेम नहीं बल्कि उसमें खो जाना प्रेम है। वैसे प्यार किसी से भी किसी भी वक़्त हो सकता है, लेकिन मौजूदा दौर में इस प्यार कि परिभाषा सिर्फ पाना बन गयी है और इस वजह से रिश्ते टूटने, बिछड़ने जैसी चीजें होती हैं। वहीं प्रेम को लेकर प्रेमानंद जी ने असली मतलब बताई है। तो प्रेमानंद महाराज से जानिए प्रेम का असली मतलब!
प्रेम को लेकर प्रेमानंद जी महाराज जी का कहना है कि हमें जिससे प्रेम करना होता है पहले हम उसको अपना मानेंगे, उसके बराबर किसी और को नहीं मानेंगे। दूसरी बात कुछ समय बाद उन्हें देखने कि आदत ये प्रेम बढ़ाने के जरिए हैं। महाराज जी ये भी कहते हैं कि प्रिया- प्रियतम से प्रेम बढ़ाने के लिए खूब बातें करें जिससे प्रिया -प्रियतम में प्रेम बढेगा। वहीं जिससे प्रेम बढ़ाना हो उसको लेकर हमेशा अपने मन में रखे कि वो ही सबकुछ है उसके अलावा कुछ नही है।
इसके अलावा, प्यार को लेकर प्रेमानंद जी महाराज यह भी कहते हैं प्रिया- प्रियतम से प्रेम बढ़ाने के लिए उनके अतिप्रिय जनों मिला चाहिए ऐसा करने से और दोनों के बीच खूब प्यार बढता है। साथ ही अपनी प्रियतमा से प्रेम बढ़ाने के लिए उनकी एक छवि रखें ये प्रेम को बढ़ाने में बहुत ही ज्यादा सहायक होगी।