नई दिल्ली: हिंदू पंचांग के मुताबिक, हरियाली तीज का ये व्रत हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस साल हरियाली तीज आज यानी 31 जुलाई (रविवार) को रवि योग में रखी गई है। रवि योग में व्रत रखने और पूजा करने से आपको शुभ फल की प्राप्ति होगी और आपकी सभी मनोकामनाएं भी पूरी होंगी। ये व्रत करवा चौथ की तरह ही सभी विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु, दांपत्य जीवन में प्रेम और भाग्योदय के लिए निर्जला उपवास रखती हैं। अखंड सौभाग्य की कामना से इस दिन भगवान शिव, तीज माता का स्वरूप देवी पार्वती, नंदी और कार्तिकेय के साथ-साथ श्री गणेश जी की पूजा होती है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन पर भगवान शिव-पार्वती का पुनर्मिलन हुआ था। यही कारण है की विवाहित महिलाएं इस व्रत को अपना सुहाग बनाए रखने की कामना से और कुंवारी लड़कियां अच्छे वर प्राप्ति के लिए ये व्रत करती हैं। आइए जानते हैं पूजा का उचित फल मिलने के लिए इस दिन क्या-क्या करें?
आज के दिन महिलाएं सुंदर वस्त्र-आभूषण पहनती हैं और मिट्टी या बालू से मां पार्वती और शिवलिंग बनाकर उनका पूजन करती हैं। इस पूजा में महिलाओं को थाली में सुहाग की सभी सामग्री को इकट्ठा करके सजाकर माता पार्वती को चढ़ाना चाहिए। प्रसाद में घेवर, खीर पूरी, हलुआ और मालपुए से भोग लगाकर भगवान को प्रसन्न करें। तत्पश्चात तीज माता की कथा सुनें या पढ़ें।
हरा रंग खुशहाली, समृद्धि, उत्कर्ष, प्रेम, दया, पावनता तथा पारदर्शिता का प्रतीक है। ये रंग प्रकृति से जुड़ा है और यही प्रकृति देवी पार्वती का स्वरुप है। तीज माता की कृपा अपने ऊपर बनाए रखने के लिए इस दिन हरे रंग के कपड़े और चूड़ियां अवश्य पहननी चाहिए।
हरियाली तीज में श्रृंगार की अपनी एक विशेष महत्वता है। इस दिन मौके महिलाएं श्रृंगार कर एक जगह इकट्ठ होकर झूला झूलती हैं और सावन के संगीत गाती और सुनती हैं।
हरियाली तीज के इस दिन दान-दक्षिणा करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इस दिन ब्राह्मणों को भोजन कराएं। इसके अलावा आप अपने से बड़ी उम्र की सुहागन महिला को सुहाग का सामान दान करें और उनके पैर छूकर आशीर्वाद लें। ऐसा करने से पति-पत्नी के रिश्ते में प्रेम बढ़ता है।
ये भी पढ़ें: नहीं थम रही कोरोना की रफ्तार, देश में सक्रिय मरीज 1.43 लाख से ज्यादा, 45 लोगों की मौत