होम / Indian Classical Music Honored : भीलवाड़ा सुर संगम ने लाल किले पर भारतीय शास्त्रीय संगीत को दिया सम्मान

Indian Classical Music Honored : भीलवाड़ा सुर संगम ने लाल किले पर भारतीय शास्त्रीय संगीत को दिया सम्मान

• LAST UPDATED : April 3, 2022

 

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :

Indian Classical Music Honored : भीलवाड़ा सुर संगम (बीएसएस) की यात्रा को जारी रखते हुए, भारतीय शास्त्रीय संगीत के खजाने को प्रोत्साहित करने के प्रयास में 1 और 2 अप्रैल 2022 को नई दिल्ली के लाल किला पर शास्त्रीय संगीत महोत्सव भीलवाड़ा सुर संगम के नौंवें संस्करण का आयोजन किया गया।

भारत की समृद्ध धरोहर और संस्कृति को जीवंत बनाए रखने तथा इसकी खूबसूरती को बढ़ाने के प्रयास में हर साल एलएनजे भीलवाड़ा ग्रुप संगीतज्ञों को आमंत्रित करता है। ये संगीतज्ञ अपनी कला में निपुण होते हैं, जो अपनी परम्पराओं को बरकरार रखते हुए मंत्रमुग्ध कर देने वाली धुनों के साथ दर्शकों का आनंद का अनूठा अनुभव प्रदान करते हैं।

इस साल महोत्सव में अपनी कला का प्रदर्शन करने वाले दिग्गजों में शामिल थे- पद्मश्री उस्ताद शाहिद परवेज खान और पंडित रोनू मजूमदार, उस्ताद साबिर खान, उस्ताद अकरम खान और पंडित अनुब्रत चटर्जी, पद्म भूषण, डॉ एल. सुब्रमण्यम और अंबी सुब्रमण्यम तथा जाने-माने संगीतज्ञों की टीम ने कीबोर्ड, गिटार, बास गिटार, तबला, मृदंगम, ड्रम, डफ आदि पर भारतीय रागों का प्रदर्शन किया।

Indian Classical Music Honored

पद्मश्री उस्ताद शाहिद परवेज खान ने अपने धुनों से दर्शकों को कर दिया मंत्रमुग्ध Indian Classical Music Honored 

पद्मश्री उस्ताद शाहिद परवेज खान ने सितार की आकर्षक धुनों के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रोनू मजूमदार के 30 आॅडियो रिलीज किए जा चुके हैं, उनहें बांसुरी वादन के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। उन्हें राष्ट्रपति के स्वर्ण पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है, जहां उनके साथ सारंगी पर उस्ताद साबिर खान और तबला पर उस्ताद अकरम खान और पंडित अनुब्रत चटर्जी भी मौजूद थे। उस्ताद साबिर खान का जन्म संगीतज्ञों के परिवार में हुआ, वे 6 साल की उम्र से ही संगीत से परिचित हो गए थे और बहुत जल्दी विश्वप्रसिद्ध संगीतज्ञ बन गए। बचपन में ही इस विलक्षण प्रतिभा के लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया।

डॉ एल.सुब्रमण्यम का गोल्डन फ्यूजन दुनिया भर में है विख्यात

दूसरा दिन पद्म भूषण डॉ एल.सुब्रमण्यम ने वॉयलिन पर खूबसूरत प्रदर्शन किया। पांच साल की उम्र से पहले ही उन्हें संगीत विद्या का अध्ययन शुरू कर दिया था और 6 साल की उम्र से वे अपनी कला का प्रदर्शन करने लगे। उनकी एल्बम, गोल्डन फ्यूजन दुनिया भर में विख्यात है और दुनिया भर में शास्त्रीय संगीत की खूबसूरती को बिखेर रहे हैं। अंबी सुब्रमण्यम और 8 प्रख्यात संगीतज्ञों की उनकी टीम ने कीबोर्ड, गिटार, बास गिटार, तबला, मृदंगम, ड्रम, डफ आदि पर भारतीय रागों पर आधारित फ्यूजन कॉन्सर्ट प्रस्तुत किया।

गत 8 सालों से इस तरह के महोत्सव का हो रहा आयोजन

Indian Classical Music Honored

रवि झुनझुनवाला, चेयरमैन, एलएनजे भीलवाड़ा ग्रुप ने कहा कि हमें खुशी है कि पिछले आठ सालों से हम इस महोत्सव का आयोजन कर रहे हैं, जिसने हममें से बहुत से लोगों को शास्त्रीय संगीत का अद्भुत अनुभव प्रदान किया है। हमें गर्व है कि हम भारतीय शास्त्रीय संगीत की समृद्ध धरोहर को फैलाने में योगदान दे रहे हैं। इस सांस्कृतिक शो के मुख्य आकीर्टेक्ट और एलएनजे भीलवाड़ा ग्रुप के चेयरमैन रवि झुनझुनवाला ने कहा, ह्यह्यहम हमेशा से भारतीय शास्त्रीय संगीत की समृद्ध धरोहर को बढ़ाने में योगदान देते रहे हैं। (Indian Classical Music Honored)

Also Read : High Court Strict : अतिक्रमण और अनधिकृत निर्माण के खिलाफ हाई कोर्ट सख्त

Also Read : Delhi riots 2020 : दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोनिया गांधी-राहुल गांधी, अनुराग ठाकुर और कपिल मिश्रा को भेजे नोटिस

Also Read : Hearing In High Court On May 10 : उच्च न्यायालय में एफबी-ट्विटर और गूगल की याचिकाओं पर 10 मई को सुनवाई

Also Read : Pradeep Runs On The Streets At Night To Fulfill His Dream : दिन को काम करने के बाद प्रदीप अपने सपने को पूरा करने के लिए रात को सड़को पर है दौड़ता

Connect With Us : Twitter | Facebook Youtube 

 

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox